दादी जी की यादे ,शिप तो चलती जाऐ दादी जी याद सताऐ | नमस्कार , मेरे प्यारे दोस्तो आज की इस काहानी मे ,मे आपको दादी जी की प्यारी बातो से रूबरब करवाऊगा| दादी जी ,प्रणाम आपको ? देखिऐ मेरे दादी ना होने पर भी मैने ये काहानी लिखी है|कयोकि वो दादी का प्यार तो हमेशा झलकता है| चलो मै इसको आगे पढाता हूँ, शिप तो चलती जाऐ | पर दादी जी याद सताऐ|| अपने बुढढे हाथो से वो मेरे बालो को सहलाना | गरमागरम कुछ खाना बनाकर अपने हाथो से खिलाना|| फिर लोरी गा गाकर मुझे देर रात तक सुलाना | उसके पयार भरी थपकी को भला कौन भुल पाऐ है || शिप तो चलती जाऐ| पर दादी जी याद सताऐ || कभी कभी वो मुझे अपने साथ मेले मे ले जाऐ | मेरे मनपसंद की हर चीज खरीद कर लाऐ || वो भगवान से भी करती है मेरे लिए दुआऐ | मेरे हाथो से ही दानपात्र मे पैसे डलवाए | शिप तो चलती जाए | पर दादी जी की याद सताऐ|| है भगवान , अब मे उनके दिल की हर बात समझ पाऐ| उनहे खुशी कैसे मिलती है इसका पता लगाऊ|...
Emotional Story with My Pain & Tear