मां की वो पाँच बाते जो मुझे आज भी खुशी के आँसू दिलाती है | नमस्कार ,मेरे प्यारे दोस्तो आज की इस काहानी मे ,मे आपको बताऊगा मां की वो पाँच बाते जो में उसे सोच सोच कर हंसता हूँ कि मां..... जब जब ये सोचता हूँ मां मुझे इतनी खुशी मिलती है जैसे की मै फिर से बचकने मे आ गया हो || चलो आपको बताता हूँ | पहली ,जब से , मां की पेपर देने के बाद आने पर पूछना की पेपर कैसा हुआ बेटा,पर मुझे सिर्फ एक ही बात बोलना की मां आज तो नकल पकडी गई |😁😁😁 पर जैसे ही बोलता तो मां का समझना की सच बता ,कब ,कयो नकल लेकर गया | पर कुछ दिन बाद समझ गई ,मा की नकल पकडने का मतलब ये पूरे पूरे नम्बर का कर के आया हे पर मुझे तो बस इतना ही कहना की नकल पकडी गई | दूसरा ,जो जब मम्मी चैकिंग के लिए आती की बेटा पढ रहा है या नही या सो गया | पर मेरा एक ही काम जैसे ही पता चलता की सीढियो से आवाज आ रही है | तो मै फटाफट सो जाता था | पर आकर बोलती थी की ये तो सो रहा है | फिर आकर उठाती || फिर कई बार ऐसे सोचकर देखा की मां ने अब बहुत आराम से आऊगी और पता भी नही चलने दूंगी | ओर सीढियो से छुप कर देखूगी ||
Emotional Story with My Pain & Tear