बुरी संगत ही मनुष्य को बेकार बना देती है | नमस्कार ,मेरे पॄिय दोस्तो आज की इस काहानी में आपको बताऊंगा की संगत ही जीवन का एक पल है जिससे मनुष्य को अलग -अलग भाग मे बाटा जा सकता है | एक काहानी है वो मे आपके साथ शेयर करूगा पर ये काहानी आपको पूरी पढनी है ओर अपने बच्चो के साथ शेयर करे | एक पल की बात है जब में स्कूल जाया करता था |तब मां -बाप मुझे हमेशा बोलते थे कि आज कया पढा ओर ये कथन मां -बाप को पूछना जरूर था | कयोकि उसकी संगत का पता चलता है | हर मां -बाप को पूछना चहिऐ अपने बेटा -बेटी से हर दिन की दिनचर्या||| आज के बच्चे मां- बाप से दूर रहते है| और मां -बाप के अभाव मे कभी भी नही पूछते है कि कैसे है पर हरी गलत है || जो संस्कार मां बाप दे सकते है वो ओर कोई नही दे सकता| एक काहानी में पांचवी कक्षा मे पढा था उसको मे आपके साथ शेयर करूगा | चलो ये काहानी की शरूआत करता हूँ | एक बार की बात है जब पापा ने बोला कि 2किलो आम लाया हूँ आपके लिऐ इसे अलमारी में रख दो | पर बच्चे को कया पता की आपकी परीक्षा ली जा रह...
Emotional Story with My Pain & Tear