पता नही था कि वो दिन आ जाऐगे | पता नही था कि लोग बदल जाऐगे | पता नही था कि वो दिन आ जाऐगे | पता नही था कि लोग बदल जाऐगे | अपने बनकर दूसरो के साथ चले जाऐगे | साथ साथ दिखावा करके पीछे से वार कर जाऐगे | पता नही था कि वो दिन आ जाऐगे | गेरो के साथ रहकर अपने के साथ रहने के ढोंग दिखाऐगे | लोगो मे खिल्ली उडाकर फिर से बस जाऐगे | अपने नही वो जो औरो के साथ रह जाऐगे | Shop Now at 30% Off पता नही था कि लोग इतने भी बदल जाऐगे || मन में भेर ,दिल मे अकड ,तन मे गर्मी ये वसूल बन के रह जाऐगे | पता नही था कि लोग इतने बदल जाऐगे | थके नही पर वो हमे थकाऐगे | अपनी अकड मे रहकर अपनो से ही रूठ जाऐगे | किस्मत जिद्दी है मेरी भी इतना कया है कि सूखे पेड है जो कि कल मुरझा जाऐगे || पता नही था कि लोग बदल जाऐगे | पता नही था कि वो दिन भी आऐगे | मर्जी मेरी ,जिद्दी भी मेरी , तू कया तुम्हारी वर्दी भी मेरी , अपनी जिददी भी मेरी ,अपनी आदत भी मेरी , ये कहकर लोग इतने बदल जाऐगे || पता नही था कि लोग बदल जाऐगे | पता नही था की वो दिन भी आ जाऐगे || यहाँ से और भी भावानातम्क कहानियां भी पढे मेरी लिखी हुई और कहानियां भ...
Emotional Story with My Pain & Tear