एक साहस मजदूर ( साथी ही साथ निभाता है) की काहनी!!! प्रणाम, मै आपको गांव मे रहने वाले जुगल की कहानी सुनाने जा रहा हु| जो की आंवला (म.प्र।) भारत का निवासी है | जुगल अविवाहित है| वाह का सच्चा और नैक लड़का है| जो की बहुत मेहनती और कुशाल भी है | जुगल मजदुरी करता और खूद के घर का पलन और देख रेख बी| मै अपके सामने उसकी सच्ची घटना लेकर आया हूँ | जुगल रोज के जैसे मजदुरी के लिए संतोष के साथ राम के घर जाता है और वहीँ काम करता है |सुबह से दुपहर तक तो सही से काम चलता है फिर अचानक दौपहर के वकत काम करते-करते जुगल का पैंट फट जाता है | जो की सब के सामने हसीं का पात्र बन जाता है| जिसे देख सभी काम करने वाले हस्ते है और उसका मज़ाक बनाते है| इसके कारण वह भी शर्म के कारण लज़्ज़ित महसूस करता है और फिर वो मकान मालिक से सुई -धागा मांग कर पैंट को सीलता है और वापस से काम पर लग जाता है |अचानक वहाँ पर कही से नाग -नागिन आ जाते है जो की घर के लोगो मे भैय पैदा कर दे...
Emotional Story with My Pain & Tear