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नवंबर, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मां की वो पाँच बाते जो मुझे आज भी खुशी के आँसू दिलाती है |

 मां की वो पाँच बाते जो मुझे आज भी खुशी के आँसू दिलाती है |       नमस्कार ,मेरे प्यारे दोस्तो  आज की इस काहानी मे ,मे आपको बताऊगा मां की वो पाँच बाते जो में उसे सोच सोच कर हंसता हूँ कि मां.....             जब जब ये सोचता हूँ मां मुझे इतनी खुशी मिलती है जैसे की मै फिर से बचकने मे आ गया हो ||     चलो आपको बताता हूँ |       पहली ,जब से , मां की पेपर देने के बाद आने पर पूछना की पेपर कैसा हुआ बेटा,पर मुझे सिर्फ एक ही बात बोलना की मां आज तो नकल पकडी गई |😁😁😁    पर जैसे ही बोलता तो मां का समझना की सच बता ,कब ,कयो नकल लेकर गया | पर कुछ दिन बाद समझ गई ,मा की नकल  पकडने का मतलब ये पूरे पूरे नम्बर का कर के आया हे पर मुझे तो बस इतना ही कहना की नकल पकडी गई |         दूसरा ,जो जब मम्मी चैकिंग के लिए आती की बेटा पढ रहा है या नही या सो गया | पर मेरा एक ही काम जैसे ही पता चलता की सीढियो से आवाज आ रही है | तो मै फटाफट सो जाता था | पर आकर बोलती थी की ये तो सो रहा है | फिर आ...

मेरे पापा जी के साथ का बचकना(पापा की वो बाते जो कभी सामने निकल कर नही आई)

मेरे पापा जी के साथ का बचकना( पापा की वो बाते जो कभी  सामने निकल कर नही आई) नमस्कार,         प्यारे दोस्तो,   आज की इस काहानी मे पापा के छुपे प्यार को बताऊगा कि कितनी बाते हमेशा छुपा के रखते है |    चलिऐ काहानी की शुरूआत करते है | Buy Now best studio helmet   पापा, सबसे पहले आपको प्रणाम जहाँ तक आपने मुझे पहुचायां |     आज में इस काहानी के माध्यम से पूरे परिवार को रूब-रूब करवाऊगा|    Buy Now👇👇👇     पापा,कया बताऊ ,आपके कम बोलने का मुझे अब समझ आया | Click Here To Buy   पापा ,जब मै छोटा था तब मुझे स्कूल तक छोड के आना और आधी छुटटी मे गेट पर खडे पाना और घर तक लेकर आना |    पापा ,जब मुझसे बैग उठ नही पाता था तब अपने कंधे पर बैग को टांग के ले जाना | हाथ से उंगली पकड़कर मुझे स्कूल पर समय तक पहुंचना और यदि मेरे से चला नही गया था तो अपने कंधे पर बैठाकर भागे-भागे पहुंचाना |       पापा ,जब कभी बारिश होती थी तब अपने तन को ना ठक कर ,मेरे उपर से ढक देते थे | कया ,बोलू आपको कया सर्दी नही लगत...