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तू एक मर्द है | हंसना भी है हंसाना भी आपको ही है | कयोकि तू एक मर्द है |

 तू एक मर्द है || चिल्ला जितना चील्ला सकता है ! अपने कमरे के अंदर  कयोकि , तू एक मर्द है ! बाहर जाकर मत रो , कयोकि यहां के  सभी लोग  बेदर्द है | कब तक घबराऐगगा , हिम्मत रख यहाँ अभी सभी के हौसले बुलंद है | तू कमजोर मत हो तू भी एक मर्द है | घर चलाना है समस्या को भी सुलझाना है  | मां बाप को भी विदेश घुमाना है | मत थक अभी , तू एक मर्द है | भूल मत तेरे होसले अभी तो  जिदंगी पटरी पे आयी है | Buy Now ⚖️ हौसले बुलंद रख तू कयोकि तू भी तो एक मर्द है | कमाना भी तुझे है घर को सजाना भी तुझे है | लोग आंख मिचौली खेलगे , तेरे साथ , तुझे भी  छुपना है और परिवार को भी छिपाना है | मत  झुक किसी के सामने अभी तो तू जिंदा है , औरत थोडी ही है तू तो एक  मर्द है | कोशिश रख अपनी तरक्की कर कयोकि  आपको झुकाने के लिऐ आपके ही आदमी  अनेक है | तू मत झूक अभी ,तू मत रूक अभी ,तू मत थक अभी ही  कयोकि थकाने के लिऐ रिशतेदार और पडोसी ही बहुत है | अपने कर्म करता रह , कर्म के साथ धर्म करता रह || कयोकि तू एक मर्द है | धर्म के साथ घर को भी संवारना है | हुऐ अनेको गुलाम इस घर...

ये कुछ वकत की बात है |बस कुछ वकत की बात है || सब कुछ अच्छा होगा

 ये कुछ वकत की बात है | जब जब जीवन  दुख दे तो , सुबह बिस्तर से उठ जाना | चार कदम चलकर और बोलना बस कुछ वकत की बात है | अपनी डयूटी पर जाने का बहाना बना लेना | थौडी सी खुशी अपने चेहरे पे ले आना | वो इस वकत हुआ अब बस भुल जाना | अपने चेहरे पर खुशी रख लेना ये  कुछ वकत की बात है | जहां भी रहना  जिंदा रहने की उम्मीद करना || कुछ वकत की बात है कुछ पल अपने से बता देना | थोडी सी आह लेकर पीछे का भूल जाना , कुछ वकत की बात है | माफ करना उनको जो नांसाफ है  भले ही जिंदगी अपनी बदल जाऐ पर  जो खुश नही आपकी खुशी से उनसे  थोडा वकत की दूरी बना लेना | चेहरे पे रोनक रखना | Buy Now   कुछ वकत की बात है | अपने को अपनापन मत खो देना | कुछ बुरा हुआ है तो बस किस्मत की लकीर  कौ देखकर समझ लेना , कि कर्म अच्छे नही थे ,किस्मत की  लकीर टूटी हुई थी , बस कुछ वकत की बात है | अपनी किस्मत की लकीर को चला लेना | अपने आखो के आंखू को रोक पाना | हर कोई नही है अपना ये  समझकर सबके सामने थोडा सा मुस्करा देना | बस कुछ वक्त की बात है आज जिंदगी में खाई है तो कल रास्ते भी साफ होगी , आज...

बहुत बदल चुका हूँ | अपने को अपनो से अलग कर चुका हूँ |

 बहुत बदल चुका हूँ | अपने को अपनो से अलग कर चुका हूँ | रास्ता अजमा लिया है हर कदम आगे बढने का , कसम खा लिया है भगवान की , रास्ते अब  सब नये देख चुका हूँ , समझदार नही अब सब समझ चुका हूँ , अपने को अपनो से अलग कर चुका हूँ | कामयाबी के रास्ते पर आने के रास्ते देख चुका हूँ| मतलबी लोगो से अपनी आस छोड चुका हूँ | कुछ समझा और कुछ समझा लिया अपने दिल को , कुछ समझने की बारी देख चुका हूँ | में अपने को अपनो से अलग कर चुका हूँ | माडे कर्म , माडे मेरे हालात , कुछ सख्त लोगो से अपनी जिदंगी हटा चुका हूँ , अब याद नही मुझे कौन आया और कौन गया , अपने को अपनो के साथ समझा चुका हूँ | में मतलबी लोगो से दूर जा चुका हूँ || मेहनत करके रोटी कमाई ,  Buy Now    अब अपने पाँव पर खडे होकर देखने के दिन मे आ चुके हू | में अपने को अपनो से अलग कर चुका हूँ | कर्म मेरे बढिया निकले ,कुछ कर्म घटिया निकले , कुछ में तो पेट - पाप भी निकला | अब असली रास्ते पर आ चुका हूँ | सब भूल के अब नये रास्ते पे जा चुका  हूँ | अब याद नही आती ,ना याद सताती | कयो- कि जिदंगी के अच्छे दिन भी बुरे वक्त से गुजार चुका हूँ | ...