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असली नकली की पहचान करने का गजब ऊप्चार./ सच्चा आदमी हमेशा साथ देता है झूठा हमेशा विशवास तोडता है |

 असली नकली की पहचान करने का गजब ऊप्चार. 

असली नकली की पहचान करने का गजब ऊप्चार./ सच्चा आदमी हमेशा साथ देता है झूठा हमेशा विशवास तोडता है | 


     🎖एक लड़का अपने परिवार के साथ रहता था  | उसके पिता जोहरी थे | एक दिन उसके पिता बीमार पड़ गए धीरे-धीरे उनकी हालत बिगड़ती गई और अंत में उनका निधन हो गया | पिता के निधन के बाद परिवार पर आर्थिक संकट आ गया | 

असली नकली की पहचान करने का गजब ऊप्चार./ सचा आदमी हमेशा साथ देता है झूठा हमेशा विशवास तोडता है |


   ⭕ ऐसे में मानौ  घर पर चलाने के लिए बेटे को अपना एक कीमती हार दिया और कहा कि इसे अपने चाचा की दुकान पर दिखा देना वे भी एक  जौहरी है इसे बेचकर जो पैसे मिलेंगे वह ले आना |

     लड़के ने अपने चाचा को जब यह हार दिखाया तो चाचा ने हार को अच्छे से देखा और कहा कि अभी बाजार बहुत मंदा है | इसे थोड़ा सा रुक कर भेजना तो अच्छे दाम मिल जाएंगे फिलहाल तो तुम मुझे दुकान पर नौकरी कर लो | वैसे भी तुम एक भरोसेमंद लड़की की जरूरत है | लड़का अगले दिन से दुकान का काम सीखने लगा | वहां उसे हीरो वे रत्नों की परख का काम सिखाया गया | 

  ✍🏻    अब उस लड़के के घर में आरती समस्या नहीं रही धीरे-धीरे रत्नों की परख में उसका यस दूर-दूर के शहरों पर फैलने लगा दूर-दूर से लोग उसके पास अपने गहनों की पर करवाने आने लगे | एक बार चाचा ने उसे बुलाया और कहा कि जोहार तुम भेजे जाते थे अब वह ले आओ | लड़के ने घर जाकर मां का हार जैसे ही हाथ में लेकर गौर से देखा तो पाया कि वह हार तो नकली है | चाचा के पास पहुंचा और उसने पूछा कि आपने उस दिन ही सच क्यों नहीं बताया | जब मैं इस हार को बेचने आया था | इस पर चाचा ने कहा कि अगर मैं तुम्हें उस समय सच बताता तो तुम्हें लगता कि संकट की घड़ी में भी तुमहारे हार को नकली बता रहे है |और तुम्हें इस बात पर यकीन नहीं होता | 

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        👯. लेकिन आज तुम खुद से कहना कि परखने का ज्ञान हो गया तो अब तुम खुद असली नकली की पहचान कर सकते हो |

असली नकली की पहचान करने का गजब ऊप्चार./ सचा आदमी हमेशा साथ देता है झूठा हमेशा विशवास तोडता है |


    कहते है ना कि अच्छी-  बुरे समय पर आप यदि उसे ना करते तो आप बोलते सब लोग घटिया है |कोई मदद नही करते | इसलिए दूसरो को दौस देने से अच्छा अपने आप पर भरोसा करके  काम किजिऐ | और जब खुद पर विशवास होगा तो ना तो अपने को ना ही दोसरो को कोशो गे |


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  💯  जय हिन्द 💯





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✍🏻✍🏻✍🏻 अनिल हटरिया


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