तू रूक मत बंदे ,जाग
अभी तो जिंदगी बाकी है |
तू दौड अभी तो जिंदगी
अधूरी है |
तू मत थक अभी ,
बुढापा अभी बाकी है |
तू जाग , मत सो
अभी तो अंधेरा बाकी है |
तू मत थक ,
अभी तो जिंदगी की
नाव चालू है |
किस्मत मे अभी बहुत कुछ बाक है |
तू जाग रे , बंदे
जागना तो अभी जरूरी है |
तू चल दूर तक रास्ता तो अभी बाकी है |
कर्म की नाव अभी चलाना बाकी है |
तू रूक ना ऐ बंदे ,
कर्मो की देन में लिखा हुआ पडा अभी बाकी है |
शांति से चल औ बंदे ,
युद्ध बहुत बाकी है |
ना कर किसी को बडा छोटा ,
कयोकि अपना तो भगवान साथी है |
तिरछा नही चलाना सिखाया ,
कयोकि हमे तो हमारे मांत पिता ने लिखना पढना हमे
सिखाया है |
तू मत कर औ मेरी दुशमनी ,
कयोकि कमाना अभी बाकी है|
गलत राह से हटना
सभंल संभल कर कदम रख औ बंदे ,
कयोकि रास्ते में कांटे बहुत बाकी है |
तू रूक मत ,जाग
अभी तो जिंदगी बाकी है |
तू दौड अभी तो जिंदगी
अभी भी अधूरी है |
यहाँ से पढे ढेरो सारी कहानिया✔️✔️✔️
...
..
.
टिप्पणियाँ