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पता नही था कि वो दिन आ जाऐगे | पता नही था कि लोग बदल जाऐगे |

  पता नही था कि वो दिन आ जाऐगे | पता नही था कि लोग बदल जाऐगे | पता नही था कि वो दिन आ जाऐगे | पता नही था कि लोग बदल जाऐगे | अपने बनकर दूसरो के साथ चले जाऐगे | साथ साथ दिखावा करके पीछे से वार कर जाऐगे | पता नही था कि वो दिन आ जाऐगे | गेरो के साथ रहकर अपने के साथ रहने के ढोंग दिखाऐगे | लोगो मे खिल्ली उडाकर फिर से बस जाऐगे | अपने नही वो जो औरो के साथ रह जाऐगे | Shop Now at 30% Off पता नही था कि लोग इतने भी बदल जाऐगे || मन में भेर ,दिल मे अकड ,तन मे गर्मी  ये वसूल बन के रह जाऐगे | पता नही था कि लोग इतने बदल जाऐगे | थके नही पर वो हमे थकाऐगे | अपनी अकड मे रहकर अपनो से ही रूठ जाऐगे | किस्मत जिद्दी है मेरी भी इतना कया है कि सूखे पेड है जो कि कल मुरझा जाऐगे || पता नही था कि लोग बदल जाऐगे | पता नही था कि वो दिन भी  आऐगे | मर्जी मेरी ,जिद्दी भी मेरी , तू कया तुम्हारी वर्दी भी मेरी , अपनी जिददी भी मेरी ,अपनी आदत भी मेरी , ये कहकर लोग इतने बदल जाऐगे || पता नही था कि लोग बदल जाऐगे | पता नही था की वो दिन भी आ जाऐगे || यहाँ से और भी भावानातम्क कहानियां भी पढे मेरी लिखी हुई और कहानियां भी यहा से पढे C

वौ फौजी की बहन वौ फौजी की बहन की राखी

  वौ फौजी की बहन  वौ  फौजी की बहन की राखी  मेरे खातर जो ल्याई थी राखी वा थाली में ए धरी रहगी  हर साल की डाल ईस साल भी मेरी कलाई सुनी ऐ रहगी ...  सोचा था कै सबेरे सबेरे करके फौन  देके बहाना Gift का उसने मना ल्यूगां  जो करे थे झूठे वादे छुट्टी आण कै  वो हांस बतला कै छुपा ल्यूंगा  Buy Now   पर उसने रोती न देख मेरी  सारी कोशिश बेकार होगी ...  चहरे तै तो मैं हसदा रहया पर  भीतर तै आंख लाल होगी ..  ईबके भी मेरी प्यारी बेबे  अपने कर्मां न दोष देके रहगी  मेरे खातर जो ल्याई थी राखी वा थाली में ए धरी रहगी ...  रर हर साल की डाल ईस साल भी ईस फौजी की कलाई सुनी ऐ रहगी ... फौजी की बहन अबकी बार भी अकेली ही रहेगी | भाई  भाई करके को अपने आप ही रहेगी | नयू सोचयी थी भाई के अब की बार चार चार राखी बाधूंगी | पर बेचारी की सारी थाली मे रहगी || मां बाबू तक कहा करती थी | अबकी बार भाई फौजी आवयगा घर | पर नयु ना बेरा था कि छूटटी की कागजी Co  तक ही रहगी | भाई  , सोचया था जाऊगा घर पर अब की बार  पर यौ के बेरा था कि अबकी बार भी नयू ही अकेली ही रहेगगी, यहाँ से पढे ढेर सारी कहानियां ये भी पढे Click Now ✍🏻✍🏻✍🏻अनिल हटरि

दिल को छू लेने वाली काहानी इंसानियत अभी तक जिंदा है..

दिल को छू लेने वाली काहानी    इंसानियत अभी तक जिंदा है.. एक सज्जन रेलवे स्टेशन पर बैठे गाड़ी की प्रतीक्षा कर रहे थे तभी जूते पॉलिश करने वाला एक लड़का आकर बोला~ ‘‘साहब! बूट पॉलिश कर दूँ ?’’ उसकी दयनीय सूरत देखकर उन्होंने अपने जूते आगे बढ़ा दिये, बोले- ‘‘लो, पर ठीक से चमकाना।’’ लड़के ने काम तो शुरू किया परंतु अन्य पॉलिशवालों की तरह उसमें स्फूर्ति नहीं थी। वे बोले~ ‘‘कैसे ढीले-ढीले काम करते हो? जल्दी-जल्दी हाथ चलाओ !’’  वह लड़का मौन रहा।  इतने में दूसरा लड़का आया। उसने इस लड़के को तुरंत अलग कर दिया और स्वयं फटाफट काम में जुट गया। पहले वाला गूँगे की तरह एक ओर खड़ा रहा। दूसरे ने जूते चमका दिये। Buy Now 🤙    ‘पैसे किसे देने हैं?’ इस पर विचार करते हुए उन्होंने जेब में हाथ डाला। उन्हें लगा कि ‘अब इन दोनों में पैसों के लिए झगड़ा या मारपीट होगी।’ फिर उन्होंने सोचा, ‘जिसने काम किया, उसे ही दाम मिलना चाहिए।’ इसलिए उन्होंने बाद में आनेवाले लड़के को पैसे दे दिये। उसने पैसे ले तो लिये परंतु पहले वाले लड़के की हथेली पर रख दिये। प्रेम से उसकी पीठ थपथपायी और चल दिया। वह आदमी विस्मित नेत्रों से देखता रहा। उसने लड़क

मैं बोझ नहीं हूं पापा ,दुनिया को समझो ना पापा ||

 मैं बोझ नहीं हूं पापा ,दुनिया को समझो ना पापा || शाम हो गई अभी तो घूमने चलो ना पापा | चलते-चलते थक गई कंधे पर बिठा लो ना पापा | अंधेरे से डर लगता सीने से लगा लो ना पापा |  मम्मी तो सो गई आप ही थपकी देकर सुलाओ ना पापा स्कूल तो पूरी हो गई अब कॉलेज जाने दो ना पापा,  पाल पॉस्कर कर बडा कर  दिया बाद , अब जुदा तो मत करो ना पापा , अब डोली में बिठा ही दिया तो आंसू तो मत बहाना पापा, आपकी एक मुस्कुराहट अच्छी है ,  एक बार ओर मुस्कुराओ ना पापा , आपने मेरी हर बात मानी एक बात और मान लो ना पापा | मान लिया है मेनै इस धरती पर , तेरे से बडा कोई नही है पापा, पर कयो ये लोग छोटा दिखाते है पापा, अपनी बेटी आपका मान है | ये सबको समझाओ ना पापा, Buy Now Click Here   तसल्ली नही अब मुझे इस गैर जिम्मेदार दुनिया का , कुछ अलग से कर दिखाओ ना पापा | तरक्की बहुत की है आपने , किसी को भी ये समझाओ ना पापा | आप और हम है बस इस दुनिया  मे , सबको बैठकर समझाओ ना पापा || तेरी बेटी हूँ बेटा बना के रखो ना पापा , आपका हर काम  किया अब एक बात ओर  मानो ना पापा || तेरा बेटा हू बेटा बना के रखो ना पापा | पागल नही हूँ  इस दूनिया को समझाओ

तुम्हें देखे बिना मेरी ये जिंदगी  ( माय लव) मेरी जान 

  तुम्हें देखे बिना मेरी ये जिंदगी   ( माय लव) मेरी जान  मेरी बैचैन आँखो का ,ये  इंतजार जाता नहीं है | तुम्हें देखे बिना ' प्रीत' का करार आता नहीं है | हवा भी छेडती है , दस्तक ए दहलीज से हमें  तेरी यादों की कैद से  फरार होना आता नहीं है |  कर लाख सजदे कितनी मन्नतों  के बांधो  ताबीज , तेरी शिद्दत ऐ  मोहब्बत सा खुमार आता नहीं है  | दुनिया की भरी महफिल में , रिश्तों की भीड़ में  तुझसा  दिलकश   प्यार किसी पर आता नहीं है  | Buy Now Click Here 🖐🏻 तुमसे कभी रूठ भी नही पाऊगा | कह कह थकता नही हूँ प्यार हूँ बस तेरा , फिर किसी को बता भी नही पाऊगा | समझता हूँ हर बात तेरी पर , कुछ बात मे भी अलग ना रह पांउगा | बात मान मेरी मुझे रूला के मत जा फिर  तेरे जैसा प्यार और किसी से ना कर पाउंगा | Buy Now     पूछोगे तो कह भी ना पाऊंगा , और बिना कहे रह भी नहीं पाऊंगा  तू दरिया , तू ही कश्ती मेरी ,  तुम्हारे  बिन मैं ढह नहीं पाऊंगा ... मेरे घर की दर और दीवार तुम ,  तुम्हारे बिना ढह भी नहीं पाऊंगा  | पी गया मैं तल्खी जमाने की ,  तुम्हारी बेरुखी सह  भी ना पाऊंगा  तुम्हारी बेरुखी सह भी नहीं पाऊंगा || तुम

ऐसा ना समझना कि ऐसा ना समझना कि मैं एहसास मानना छोड़ दिया | हां पुराने याद है मुझे पर नए लेना छोड़ दिया |

  ऐसा ना समझना कि  ऐसा ना समझना कि मैं एहसास मानना छोड़ दिया | हां पुराने याद है मुझे पर नए लेना छोड़ दिया | ऐसा ना समझना कि मैं साथ चलना छोड़ दिया  हां ,बस थक जाता हूं इसलिए दूर जाना छोड़ दिया |  ऐसा ना समझना की मै मैने उम्मीदो के साथ नई उम्मीदे  बनाना छोड दिया | हां थोडा तंग तो हू पर ये मत सोचना की मेने तंग रास्तो  पर आना छोड दिया || गुजार दिया वक्त एक रात रोकर भी ,  ये मत समझना कि वक्त एक रात मे निकल गया | सपने उम्मीद के भी है पर ये मत समझना की उम्मीदे करना  छोड दिया || परछाई को फालो किया पर ये मत समझना की परछाई पहचानना छोड दिया ||   ऐसा ना समझना कि दोस्तों का साथ छोड़ दिया|  हां, ये हसरतें दूरियां बढ़ा देते हैं तो मैं दिखावे का डोगं छोड़ दिया | Buy Now .   ऐसा ना समझना कि मैं रिश्तो को निभाना छोड़ दिया |  हां , थोड़ा अकेला तो हूं पर का भीड़ में रहना छोड़ दिया |    ऐसा ना समझना कि मैं परवाह करना छोड़ दिया |  हां पर अब इतनी करता हूं यह बताना छोड़ दिया |  ऐसा ना समझना कि मैं विश्वास करना छोड़ दिया |  हां , खुद कुछ खुदगर्ज ऐसे मिले थे | जिसे मैं ऐसे से जालसाजों का साथ छोड़ दिया ||  ऐसा

छोड़ दीजिए एक दो बार समझाने से कोई नहीं समझ रहा तो, सामने वाले को समझाना छोड़ दीजिए !!

                   छोड़ दीजिए जो आपको छोड गये |     एक दो बार समझाने से कोई नहीं समझ रहा तो,  सामने वाले को समझाना छोड़ दीजिए !!    बच्चे बड़े होने पर वह खुद निर्णय लेने लगे तो , उनके पीछे लगा छोड़ दीजिए !!!     गिने चुने लोगों से आपके विचार मिलते हैं , एक दो से  नहीं जुड़े तो उन्हें छोड़ दीजिए !!      एक उम्र के बाद कोई आपको ना पूछे या कोई पीठ पीछे आपके बारे में गलत कह रहा है , तो दिल पर लेना छोड़ दीजिए !!    अपने हाथ कुछ नहीं यह अनुभव आने पर ,  भविष्य की चिंता करना छोड़ दीजिए !!     इच्छा और क्षमता में बहुत फर्क पड़ता है , तो अपने आप की  अपेक्षा करना छोड़ दीजिए ||     हर किसी का जीवन अलग कद, रंग सब अलग है , इसलिए तुलना करना छोड़ दीजिए !!   बढ़ती उम्र में जीवन का आनंद लीजिए. ,  रोज जमा खर्च की चिंता करना छोड़ दीजिए  |||       अच्छा लगे तो ठीक ना लगे तो  ,  हल्के में लेकर छोड़ दीजिए || छोड दिजिये उनको जो तुम्हे छोडने से खुश हो | छोड दिजिये उन्हे जो आपने देखने से दुखी हो | छोड दिजिये उन्हे भी जो अलग से बसा कर अलग रहना सीख गया हो |||   Buy Now    छोड दिजिये उन्हे भी जो बडो -बूदढो को आदर