बेटियाँ
बेटियां कोई चेहरा है कोमल कली का ,
रूप कोई सलोनी परी का ,
इनसे सीखे सबक जिंदगी का ,
बेटियां तो है लम्हा खुशी का ,
ये अगर है तो रोशन जहां है ,
ये जमीने है तो आसमां है,
है वजूद इसे इन से लमहा खुशी का,
बेटियां तो है लम्हा खुशी का,
हमने रब को तो देखा नहीं पर ,
नूर ये खुद का जमी पर ,
एक एहसास है रोशनी का,
बेटियां तो लमहा खुशी का,
इनसे इनकी अदाऐ न छीनो,
इनसे इनकी सदाए न छीनो,
हक इन्हें भी तो है जिंदगी का,
बेटियां तो लमहा है खुशी का,
बेटी है तो मां खुशी है ,
बहन है तो भाई खुश है ,
भाभी है तो घर खुश है ,
पत्नी है तो परिवार खुश है ,
परिवार खुश है तो जीना खुश है |
इसलिये बेटियॉ है तो सब कुछ है |
इसलिए बैटियां है तो सब खुश है |
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मान दो उस बेटी को जो इस परिवार मे आई ||
आपके लिऐ खुशियाँ संग लेके आई |
बेटियाँ उस घर की कोमल कली
जो उस घर मे फुल बनकर आई ||
बेटी मान है सम्मान है |
इसलिये जहाँ है बेटियाँ |
वहाँ आसमां है |
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