सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

हिम्मत है मेरी जिंदगी मेहरबान है मेरा दिल ,

 हिम्मत है  मेरी जिंदगी  मेहरबान है मेरा दिल , कही से सुनी ना  किसी की , करी ना किसी से बेवजह दुशमनी , जिया हू बस अपने सपने से लडने के लिऐ , किस्मत  बहुत खराब थी  मिली , पर आश ना छोडी मैने , हिम्मत बहुत  है मेरी जिंदगी , आश तो बहुत  है मेरी जान ,  ठोकर ठोकर खाकर चलना सिखा , हर मोड पर गरीबी का जाल देखा , कमाने के चककर मे घर घर का  सामना देखा | बेकार लोगों से नाता छोडा , सच्चे आदमी का विशवास ना तोडा , हिम्मत मारी बहुत  मर मर के , किसी की ना फालतू आश देखी , कर्म को  बोलते थे ये  लोग ,, की तेरे तो  है ये  बहुत अच्छे , अब किस किस को बताऐ , की घर मे ना थे ढाई आने , रात कब आई सोने की तो  ना आश  देखी , बस सताती रही ,ये कमाने की लत , कमाने के चककर में बस रहती थी , ये घर चलाने की आश , हिम्मत है मेरी जिंदगी , मेहरबान है मेरा दिल , कमाने की ना आश छोडी  , Buy NoW ✔️🍀✔️ जिंदगी में आऐ सकंट के पल , फिर भी मेरे दिल ने ये आश ना छोडी , टूटे थे बहुत , पर दिल ने तो आह तक ना भरी , घर में बार बार मुडने की ये राह ना देखी...

डाकिये के लिऐ लडकी का एक सुनहरा गिफ्ट

 बहुत ही भावनात्मक काहानी जिससे सुन के आपके हाथ पाव काप उठ जाऐगे | पूरी जरूर पढिऐ || एक लडकी व डाकिये की काहानी || एक दिन एक बुजुर्ग डाकिये ने एक घर के दरवाजे पर दस्तक देते हुए कहा..."चिट्ठी ले लीजिये।" आवाज़ सुनते ही तुरंत अंदर से एक लड़की की आवाज गूंजी..." अभी आ रही हूँ...ठहरो।" लेकिन लगभग पांच मिनट तक जब कोई न आया तब डाकिये ने फिर कहा.."अरे भाई! कोई है क्या, अपनी चिट्ठी ले लो...मुझें औऱ बहुत जगह जाना है..मैं ज्यादा देर इंतज़ार नहीं कर सकता....।" लड़की की फिर आवाज आई...," डाकिया चाचा , अगर आपको जल्दी है तो दरवाजे के नीचे से चिट्ठी अंदर डाल दीजिए,मैं आ रही हूँ कुछ देर औऱ लगेगा ।  " अब बूढ़े डाकिये ने झल्लाकर गुस्से से  कहा,"नहीं,मैं खड़ा हूँ,रजिस्टर्ड चिट्ठी है,किसी का हस्ताक्षर भी चाहिये।" जल्दी आईऐ || तकरीबन दस मिनट बाद दरवाजा खुला। डाकिया इस देरी के लिए ख़ूब झल्लाया हुआ तो था ही,अब उस लड़की पर चिल्लाने ही वाला था लेकिन, दरवाजा खुलते ही वह चौंक गया औऱ उसकी आँखें खुली की खुली रह गई।उसका सारा गुस्सा पल भर में एकदम फुर्र हो गया। उसके सामने एक न...

जिंदगी की रफतार

 जिंदगी की रफतार  रफ्तार की दौड फिर से आ गई , बीते दिनो को छोडके अब गाडी की रेस   अपने पंजो के नीचे आ गई | मर के जिंदा हूआ , अब जिंदगी की नई. राह आ  गई | 13 बीमारियो से बचकर  जिंदगी की रफतार अपने पंजो के नीचे आ गई | हर रोड पर मोड ही  मोड  वही जिंदगी से गिराने की राह आ गई थी | अब रफतार भरी जिंदगी फिर से आ गई है | गिराने वाले तो गिरे हुऐ रह गये है | बाजी मारने के चककर में लोगो के तलवे चाटते फिर गये | जिंदगी की रफतार में कुछ गैर लोग जिंदगी से फिसल गये | मतलबी अपना मकसद में नाकाम रह गये | युद्ध तो लाख किये पर तीर चलाने की बजाये कमान उठाना तो भूल गये , सागर की लहर में नही वो तो घर  बैठे बेठे जुबान चलना सीख गये | लोगो को गंदा बताकर ,अपने  आप को तो धोना भूल गये , जगह बदली ,पर जगह की दिमाग का कचरा  तो निकालना भुल गये , सिखा तो मेने जिंदगी के नये नये आयाम , पर टांग मुडने के बाद भी ये खेल छोडना  ना भुल पाया , कमर में लगा दर्द , फिर भी कमाने के लिऐ लाईन से चल दिये , आंख में हुई बहुत दिककत , फिर भी चशमा पहनना भूल गये , क ई क ई बार तो सुबह ...

सपने तो बहुत है | और खवाब भी बहोत , दिल एक है और दिलदार भी अनेक ,

 सपने तो बहुत है | और खवाब भी बहोत , दिल एक है और  दिलदार भी अनेक , अपने दिल की काहानी भी एक , अपने जिगर की रूह भी एक , सपने तो बहुत है | पर दिल है ही एक , काहानी भी लिखी है , इसने  दिल की  भी ,और बाहर की  भी अनेक, ये काहानी ,है ना  ना सुनी इसमे बेमतलब किसी की डाट , मतलबी नही बस सुनी है दिल की हजारो बार, खुद. दिल से डाट , Buy Now 📯📯   सपने तो बहोत है , पर सुनता है ये दिल की बात , मोड मोड पर पढा है , कर्मो में भाग्य लिखा पडा  है , अपने से नाता जौडा है | ना रखा किसी से दवेश , और ना दिल में कोई मतभेद | सपने तो बहुत है और खवाब भी अनेक , सुन रहा हे ये दिल आपकी , मानता ना की भी एक , चार चांद नही , दिल को समझाता है ये  दिमाग , खेलता है फिर फरिशतो  की बडी ढोल से , दिल नही बुरा चाई पाई  की निपाई तक अपने ये आयाम , सपने तो बहुत है | और खवाब भी बहोत , दिल एक है और  दिलदार भी अनेक , रखा है सच्चा ये ईमान , ना कर रहा है किसी के साथ  बुरा ये प्रचार || सपने तो बहुत है | पर अपने सपने अपने होते है | ना रखो किसी पर आश ,पर रखो सदा विश्वास...

तू रूक मत बंदे ,जाग अभी तो जिंदगी बाकी है | तू दौड अभी तो जिंदगी अधूरी है |

 तू रूक मत बंदे ,जाग  अभी तो जिंदगी बाकी है | तू दौड अभी तो जिंदगी  अधूरी है | तू मत थक अभी , बुढापा अभी बाकी है | तू जाग , मत सो  अभी तो अंधेरा बाकी है | तू मत थक , अभी तो जिंदगी की  नाव चालू है | किस्मत मे अभी बहुत कुछ बाक है | तू जाग रे , बंदे  जागना तो अभी जरूरी है | Buy Noww   तू चल दूर तक रास्ता तो अभी बाकी है | कर्म की नाव अभी चलाना बाकी है | तू रूक ना ऐ बंदे , कर्मो की देन में लिखा हुआ पडा अभी बाकी है | शांति से चल औ बंदे , युद्ध बहुत बाकी है | ना कर किसी को बडा छोटा , कयोकि अपना तो भगवान साथी है | तिरछा नही  चलाना सिखाया , कयोकि हमे तो हमारे मांत पिता  ने लिखना पढना हमे  सिखाया है | तू मत कर औ मेरी दुशमनी , कयोकि कमाना अभी बाकी है| गलत राह से हटना  सभंल संभल कर कदम रख औ बंदे , कयोकि रास्ते में कांटे बहुत बाकी है | तू रूक मत ,जाग  अभी तो जिंदगी बाकी है | तू दौड अभी तो जिंदगी  अभी भी अधूरी है | ये भी पढे ✔️✔️ यहाँ से पूरे फोटो भी देखे ✔️ यहाँ से पढे ढेरो सारी कहानिया✔️✔️✔️ ✍🏻✍🏻✍🏻 अनिल हटरिया ... .. .

तू भोली डोली तो है | तू एक निडर तो है फिर भी तु मेरी काहानी तो है ना ,

 तू भोली डोली तो है | तू एक निडर तो है | फिर भी तु मेरी काहानी तो है ना , सबके आगे नतमस्तक करने वाली तो तु है| मान नही सम्मान रखने वाली तो है | तू मेरी एक काहानी तो है | अच्छी तो है पर तू एक निडर तो है | गजब महजब है तेरा , किसी से कम थोडी ही है , तू राजा की रानी , महलो की एक  शान तो है | करतब दिखाते हुऐ एक जीवन की  आश तो है | तू बलवान तो है | पर गुससे से लाल तो है , कभी कभी मेरे मन की बात तो है ना , समझना जरूरी नही  तू एक महान तो है ना , जरूरी नही दिल धडके , आसमान में अभी रात तौ है ना , गिरजे ये बादलो की दहाड , कडकडाऐ आसमान में बिजली की कडी ये तार, दहलाऐ धरती पर दिलो की दुकान , फिर भी तु रखे ये मान और  सम्मान, तू ताकत तो है , Buy Now   तु आँखो का पानी तो है , दिन गुजरे या रात तू एक , बस अपनी चाहत तो है ना , कभी अपनी बात ,और आपकी वो बात , दिल में अभी ताकत तो है ना , लुटकते हुऐ लोटे मे अटका पानी तो है ना , फिर भी तु मेरी काहानी तो है ना , निडर तो है तु पर  मेरी नजरो में भोली डोली तो है ना , फौजी की प्यारी महिला ✔️ ये भी पढे ✔️✔️ ✍🏻✍🏻✍🏻 अनिल हटरिया . ....

काम करने से डरना कयू , झूठे लोगो से पीछे हटना कयो , गलत लोगो से बात करना कयू , करना कयू

करना ही कयू फिर डरना कयो ?  काम करने से डरना कयू  , झूठे लोगो से पीछे हटना कयो , गलत लोगो से बात करना कयू , सही राह पर चलने से डरना कयू || मजबूरी में काम को छोडना कयू , ताकत के आगे अकडना कयू , गन्दे लौगो से मिलना कयू , आँसू बेमतलब  बहाना कयू || सोच सोच समय खराब करे कयू , आश लगी है तो फिर कयू ना करे विश्वास , काम करना है तो डरना कयू , हर बार गलत पनाह देना कयू , बेमतलब कामो में पडना कयू , ताकत नही तो बल से लडना कयू , अपनो की मोहबबत व बेजुबान को मारना कयू , बच्चो की खुशी देखकर अपने को दुखी करना कयो , झूठे लोगो से पीछे हटना कयो , आदत गंदी है तो समझाना ही कयो , घर के कामो में भागेदारी से बचना कयू , बचपन में ही जिम्मेदारी लेना कयू , बडे बुढढो के आगे अकडना कयू || मात पिता के गुण से बचना कयू || मजबूर  करकर किसी से हाथ मिलाना कयू , आदत बेइमान की भरना ही कयू , संस्कार नही वहाँ घर में रहना ही कयू , सही राह पर चलने से डरना कयू || मजबूरी में काम को छोडना कयू , Buy Now 📣📣   अपने दुश्मन बने उससे बार बार समझाना कयू , रिश्वत देकर काम करना ही कयू , गरीबी में हाल चाल ना पुछे उस ...

पापा में कैसे आपको भुल 😥जाऊ

  पापा में कैसे आपको  भुल 😥जाऊ  पापा में कैसे भूल जाऊ आपको , पापा कैसे कह दू कया किया है आपने , समझ में नही पापा कैसे चलाऐ होगे वौ घर , जब घर में दो रूपये भी ना थे  बस कहते थे कि तुम सब खुश रहो , सब संभाल लूंगा , आश थी वो बहुत बडी , कुछ ना होते भी सब घर में थी | Buy Now   बहुत खुशी हमारे  , दो टाईम की रोटी थी अच्छी , भले ही चटनी के साथ खाया था खाना , सब्जी ना होते हुऐ भी , चीनी के साथ मिलाकर भरा था पेट, समोसे तो कर्मो थे ही  कहाँ , बस चाय से साथ रोटी को  डुबाकर , किये थे वो जीवन की घडी का इंतजार , मां का वो लाड , भी कैसा  जब आती थी टोकरी से  चुडी पहनाकर के , घर आके मिलते थे बस सिर्फ 40 रूपये , फिर भी बहुत. खुश थे घर के हर कोने , लोगो को कया कहे जब घर में ना थे   अगले  चार दिन का खाने के पैसे , साईकिल से उतारते से वो सामान वाली पेटी , गिनते थे पैसे तरोडे मरोडे हुऐ , अस्सी नब्बे रूपये होते थे बहुत मुशिकल से , फिर भी कहते थे पापा मेरे की बहुत होगे लीला , तीस तो बचत के हो  ही गये होगे | चल कोई कल फिर से थोडा जल्दी  ...

बदलता है रूख , सदैव एक जैसा नही नही होता , कल जैसा दिन अगला नही होता है |

  बदलता है रूख , सदैव एक जैसा नही नही होता , कल जैसा दिन अगला नही होता है | सच्चे होने का नाटक मत करो , सच तो  दिख जाती है , झूठे आदमी की जुबान बिक जाती है | कहते है बदल रहा है रूख , बदल देगे ये कायनात , सच्चे रहने नाटक मत करो  उनको , जिनहे तुम्हारी सच का पता हो , सब बदल जाता है | आदमी रूख मोड लेता है || कायनात बदलने की नही , बस सच्चा आदमी अपना हक बदल लेता है | कुछ दिन रहता है | वो नाटक ,खत्म हो जाता है | सब खेल जब आदमी अलग हो जाता है | नींद में तो आऐगी ही कहाँ , दिनो में ही अलग रख देते है , कभी कभी तो अपनी आँखो को , बंद कर लेता है || सच्ची तो कया बताऊ , अब में वो रूख बदल लेता हूँ || किस्मत मेरे भोले ने बहुत अच्छी लिखी है || कर्म करना मेरे परिवार ने सिखाया है | नेक काम किये है , अपनेो से कभी भैर नही  किया है | समझाकर ये कदम मेरे मां -बाप ने घर से  डयूटी देने भेजा है || भगवान के अवतार ने हमें सब दवा  देकर यहाँ मौज करने भेजा है || बदलता है रूख , सदैव एक जैसा नही नही होता , आज मेंरा दिन अच्छा नही तो ये नही , कल का दिन भी अच्छा नही होगा || कभी आती गर्मी , तो कभ...

तू कया जाने मेरी आश कया है | तू कया जाने की मेरी खाश कया है ||

 तू कया जाने मेरी आश कया है | तू कया जाने की मेरी खाश कया है || समझा हुआ हू , बेमतलब टांग नही लगा रहा हू | अकड के लिऐ ,बस सबको  प्यार से समझा रहा हू , तू कया जाने आश मेरी , तू कया जाने खाश मेरी , बात कहने का दम रखता हूँ , वापस फिर से ना मुडने का दिल रखता हूँ , खाश हू किसी का , आश हू किसी का , पर प्यार सिर्फ एक से लगा रहा हू , तू कया जाने मेरी दिल की अधूरी कहानी, बीत गई जो बहुत पुरानी , आश थी और खाश भी थी  मेरी वो काहानी , अब आ रहा हू नये अंदाज में , जी रहा हू सिर्फ एक के प्यार में , आश लगा रहा हू  सिर्फ अपने इंतजार में , कह रहा हू दिल को  BUY now ✔️   खाश होते जा रहा हू किसी के प्यार में, तू कया जाने मेरी आश कया है | तू कया जाने की मेरी खाश कया है || अंधेरा नही जिंदगी अंधेरी देखी है , अब कया कहे दोस्त मेरे , खाश तो हम एक के  ही थे , पर काश एक शब्द बहुत ही अलग  महत्व दे गया | रूखे ,सुखे हम दिन निकाल गये , आश तो मेरी बहुत थी , काश वो आश , बहुत थी , सब्र की बहुत बडी बात थी | कैसे कही किसी वो सिर्फ मेरी आश थी , मतलब था जमाने में , बहुत बडा , किस्मत मे...

तकरार , #तकरार

 तकरार , #तकरार तकरार तो एक दिन आ ही जाना हे , दिन अच्छे नही तौ बोलते हे जमाना बेईमाना  है | अच्छे लोगो का साथ नही देते है ,लोग  फिर बोल देते है उनको और   तुम को , की तुम्हारा तो जमाना  ही खराब है | झूठी मोहबबत कर बैठते है लोग , फिर झूठे ही कहते है , तुम ही हो  मेरे जीवन के जीवनसाथी ,, तकरार तो एक दिन आ ही जाता है , कह देते है बेमतलब , ये ये मतलबी बाते , जब रूख जाती हे हवा , तब सुख जाते है कंठ , जब ठंड पडती है तब आते बंसत, बेमतलब लोग कहते है  जमाना झूठा है | सच में ,सच से पुछौ की तब  पता चलता है ये काहानी का अंत , तकरार तो आ जाती है एक दिन , दिलो मैं दरार तो आ जाती है एक दिन , समझते नही है ये लोग , समझाने आ बैठते है ये लोग , कह जाते है तकरार की बाते , वो गंध वाली आदते , रह जाते है  दिलो मे दरार , कंधो पर बडे भार , घर में वो तकरार , आ जाती है वो मेहमान की याद , तकरार तो एक दिन आ ही जाना हे , समझे या ना समझे ,कोई सबको जिंदगी   से एक दिन चले जाना है | तकरार तो एक दिन आ ही जाना हे , दिन अच्छे नही तौ बोलते हे जमाना बेईमाना  है ...

तुझे याद तो होगे ना वो दिन, तुझे याद तो होगे ना वो बाते , करते थे पूरी राते हम बाते ,

 तुझे याद तो होगे ना  वो दिन, तुझे याद तो होगे ना वो बाते , करते थे पूरी राते हम बाते  , जब आते थे व्हाटसअप  पर प्यार वाले वादे , अब तुझे याद तो होगे ना वो वादे , अब तुझे याद तो होगे ना वो किये हुऐ इरादे , झुका था में हर मोड पर तेरे लिऐ  , हर झूठ को भी छोडकर बडे थे आगे , अब , याद तो होगे ना , वो तेरे झूठे वादे , एक घंटे की बाते भी लगती  थी छोटी , अब वो कहाँ गई अपनी यादे , जब कहते थे की बस तुम ही हो जो भी ,मेरे  अब कहाँ गई वो तेरी बाते , तुझे याद तो होगे ना  वो दिन, तुझे याद तो होगे ना वो बाते , लड लिया मे सब से , पर में तुझसे कभी नही लड पाया , आज वो बात कहाँ गई , अब वो याद कहाँ गई  अब पता नही कौन है वो , जिससे तेरा दिल लगा | पता नही वो दिन कहाँ गये || यादे अब मुझे भी नही रही | इंतजार अब मुझे भी नही  रहा | बात कम हुई  ,पर वादे बहुत हुऐ || समय कम था मेरा पास , इसलिए में झूठ को पकड नही पाया | लोगों की काहानी सुनी नही , पर आज काहानी अपनी हो गई | अब वो बात नही रही , अब याद मुझे भी नही रही , पर तुझे तो  याद तो होगे ना  वो दिन, त...

तुझे में खुश रखुगा , ये वादा है मेरा , तेरा ये मान रखूगा , कयोकि ये सहजादा है तेरा ,

  तुझे में खुश रखुगा , ये वादा है मेरा , तेरा ये मान रखूगा , कयोकि ये सहजादा है तेरा , तुझे में खुश रखुगा , ये वादा है मेरा , तेरा ये मान रखूगा , कयोकि ये सहजादा है तेरा , मान ले मेरी जान , जी ले मेरी जान , कयोकि ये दिल है तेरा , अपनेो के लिऐ धडकता है ये जिया , समझता है ये हर बात , कयोकि कहता है ये तेरा पिया , हर बार झूक जाऊगा , तेरे आगे , पर झूकूगा नही किसी के आगे ओ मेरी मिया , तसल्ली रख कयोकि कहता है  अब आपके अपने पिया , Buy Now 🖕   मान मेरी बात , जान मेरी बात  कयोकि ये  रहता है कही तेरे ही  दिल में , सुकून से जिता है सिर्फ तेरी  बाहो मे  तेरे को ,और तूझे में खुश रखूगा , तुझमे मे केवल मे ही दिखूगा , कयोकि तेरा ऐसा है पिया , मान मेरी बात ,जान , जान मेरी बात औ मेरे दिल की जुबान, कह दे कुछ , और कर दो कुछ और , अब तो वो नही सहेगा , औ मेरी जान| तुझे में खुश रखुगा , ये वादा है मेरा , तेरा ये मान रखूगा , कहता हूँ ओ मेरी महबूबा , कसम है तेरी , इस कली की जो तू  सहेगगी , जो तू कहेगी , मिललेगा तूझे वही पर ये तेरा पिया , तू जान हे मेरी , तू शान हे मेरी...

नन्हे नन्हे हाथ है तेरे , गाल तेरे है ये रूमाल जैसे , कंधे तेरे है बिल्कुल मेरे हाथ जैसे , आंख तेरी है ये गोल गोल ,

 मेरे बेटे कयूटी बेटा 😘😘जन्मदिन की ढेर सारी बधाईया  #Second_Birthday 💞💝❣️💌 नन्हे नन्हे हाथ है  तेरे, गाल तेरे है ये रूमाल जैसे , तुझे छुने का मन करता है | पता नही फिर भी  ये दिल कयो रो पडता है  कयोकि तेरे ये  नन्हे नन्हे हाथ है  , गाल तेरे है ये रूमाल जैसे , कंधे तेरे है बिल्कुल मेरे हाथ जैसे , आंख तेरी है  ये गोल गोल , मन में है  तेरे ये  विचार अनमोल  जैसे , मन करता है बेटा तुझे चुम लू , पर दिल करता है तुझे झुला दू , पलको पे बैठा कर , पूरे देशो में घूमा दू || दिल में है अनेक सोच , सोचता है तुझे कंधे से उपर सिर पे बैठा लू , लाड करता हू तो , ठपकी लगा लगाकर , Buy Now   थोडी थोडी नींद की इपकी लगा लगाकर , बेटा ये दिल है मेरा तेरे लिऐ अपना, डयूटी से आकर तुझे साईकिल पर  ले जाऐगे  , छोटे छोटे टायरो वाली गाडी को पैडल मार मार के  ले भगाऐगे | पार्क में ठडरेगे ,थोडा सा  फिर नारियल पानी पीकर  वापिस घर की दौड लगाऐगे , शहर जाना होगा तो स़कूटी पर चले जाऐगे , नन्हे नन्हे हाथो से , गाडी का हार्न बजाऐगे , पी पी कर क...

सफर में हमसफर और हम में हमसफर

  सफर में हमसफर और हम में हमसफर सफर के रास्ते में हमसफर निकल गये , हमसफर में से केवल हम ही रह गये | सफर चलता रहता रहा , हमसफर दगा दे गये | अपने बोलकर औरो के साथ  का सफर चल दिये | हमसफर में हम ही रह गये | हम में से सफर निकल गये || इंतहान की कडी परीक्षा में साथ छोड गये | साथ दिखाकर अपनो का , लोगो  का साथ दे गये | इस सफर के रास्ते से हमसफर मे से सफर निकल गये | हमसफर मे से केवल हम रह गये | रूलाकर दुखाकर बिना सोच समझकर , वो अपने सफर पे चल दिये | BUY NOW 🖕   मेंने इंतजार रखा , पर पता नही वो कौन से रास्ते से  अपने रास्ते के  सफर चल  दिये || हमसफर का साथ नही , हमसफर का हाथ नही , हमसफर पर विशवास नही  अब बेपनाह मोहब्बत मे से अपने  को आंख दिखा गये | समझा नही में उसकी सफर का रूट , सही रूट पर दिखाकर , अलग रूट से निकल गये | बहुत धोखा कर गये | अब मोहब्बत तो कैसी , देखने की आदत से भी मजबूर कर गये | कैसे कह दू अब सफर में हमसफर  और हमसफर में सफर रह गये | थकना नही मेरी जान , रूकना नही है है जान , में ताकत लगा लगा कर ये  गुनगुनाता रहा , पर कैसे कह देत...

धीरे धीरे चल ओ जिंदगी , अइसते अझसते चल ओ जिंदगी , सफर बहुत बाकी है | सफर देख के चल ओ जिंदगी

 धीरे धीरे चल ओ जिंदगी , अइसते अझसते चल ओ जिंदगी , सफर बहुत बाकी है | सफर देख के चल ओ जिंदगी, महजब तलाश रही है | ठिकाने लगाने वाले ठोकर लगा रहे है | धीरे धीरे चल औ जिंदगी , समझ समझ के  कदम रख ओ जिंदगी , देख देख परख ओ जिंदगी , कडवे लोग बहुत कम है जिंदगी  पर गहरे घाव देने वाले बहुत है ऐ जिन्दगी , समझने वाले बहुत कम है | पर समाझाने वाले बहुत है जिंदगी , अइसता अइसता चल ओ जिंदगी,, आस लगा सफर में कामयाबी की ओ जिंदगी , सफर में आड लगाने वाले बहुत है जिंदगी , समझ के चल औ जिंदगी , क़ंकड नही कांटे है यहाँ पर औ जिंदगी , सभंल संभल के चल ओ जिंदगी , कया पता चला है तुम्हे अभी अरे ओ जिंदगी, महजब तालाश रही है जिंदगी , Buy Now 💥💥💥  रात अंधेरी नही , जाग रही है जिंदगी, मतलब नही रहा है  बस किस्मत साथ दे रही है  जिंदगी , करतूतो को कर्म करने दो , चरम सीमा पर जुलमी को जुर्म को करने दो , पिघल भी जाने  उन बर्फो को , जो सालो तक हिली ही नही , ऐ जिन्दगी जाग थोडी थोडी , सो कम , बस ओ जिंदगी , सफर आधा ही कहाँ हुआ ऐ जिन्दगी  , अधुरे को पूरे तो करने दो ,ऐ जिंदगी  रास्ते में...

मां - पापा की शाबासी

  मां - पापा की शाबासी  मां - पापा की वो शाबासी कैसी है | जिससे आज भी मे खुश हो जाता हुं , कहता हूँ मां में आज देखो में कैसा  इनाम जीत के लाया हूँ , सबको पीछे छोडकर में पहले स्थान पर आया हू , और पापा में देखो पहले स्थान पर आया हूँ , कोई नही था टककर में सबको हराकर आया हूँ | देखी थी कया मेरी दौड 100 कदम आगे पाया हु | कैसा भागा था पापा , हर बार पापा के मुहँ से  शाबासी दिलवाता हूँ | स्कूल में देखो पापा , में तीसरे स्थान पर आया हूँ | पढने में कमजोर नही , पर एक दो नबंर से तीसरे स्थान पर आया हूँ , आगे बढूगा पापा , आगे तक जाउगा पापा , जब तक है ये हद में जान , पापा , Buy Now 💥💥 तब तक आप को बहुत उचां उठाऊगा | मां - पापा , बस तुम शाबासी देते रहना , मे कभी नही फिर घबराऊगा | है यहाँ दुनिया में गिराने वाले पापा , पर तुम् मेरा कधां उठा देना , यदि में गिरा तो पापा , बस थोडा सा शाबासी की थपकी लगा देना | मां तुम मुझे बस थोडा सा लाड लडा देना | हुआ मुझे बचपन वाला गुस्सा तो तुम मुझे मना लेना , रूसी हुई तो कया हुआ मां , मुझे थोडा सा खिला देना , मां -पापा बस थोडी गलती भी हो तो , बैठकर सम...