तू गिर जितना गिर सकता है , गिरना तो है ही तुझे , तू मर जितना मर सकता है | अफवाह नही चहिऐ , सच में रो तू जितना रो सकता है | आदते सच नही है तभी तो , तुम सच को झुठ बना सकता है | जा जा अब गिर जा , मरो या जाऔ , बस आंखो से दूर जाऔ ना , मत दिख मुझे , जो कर सकता कर के देख ले , उममीद नही है तो सब कर के देख ले , जिंदगी को थोडा आगे और थोडा पीछे पड के देख ले || गिर जा जहाँ गिरना वहाँ गिर मरना है तुझे मर , मुझे कोई उम्मीद नही , दिन में रात ,और रातो को दिन करके देखा है || Buy Now Offer 30% off अब तु जा यहाँ से , आया था मेरे पास तारे दिखाने के लिये| खुद को जीना नही पर दिखाता है जीने की काहानी , बस बंद कर दे ये मतलब की काहानी , कयोकि ये खुल्ले रास्ते को बंद करते देखा है मैने || अब बस ये ही कहूंगा , तू जा जहाँ , है तुझे जाना ,, तू गिर ना तुझे गिरना है वहाँ | मत फिर आगे और पीछे , जाल डालने की कोशिश कर ले ना दोबारा , शरीफ बंदो की उम्मीद पर पानी फेरने का जाला सज ले ना , अब रो कयो रहा है , गिर ना मेरे पैरो में , उम्मीद नही तो टिका दे घ...
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