पापा की उम्मीद ,मेरा कंधे पर मेरा बेटा | हर मां बाप अपनी औलाद को इतने लाड प्यार से बडा करते है| हर शौक अपने साथ पूरा करते है| नजर एक जगह से दूसरी जगह जाती है उसकी नजर भी हमारे उपर रहती है| मां बाप हमारे सबसे बडे भगवान है| आज इस काहानी मे आज मेरे पापा की उम्मीद ,सोच व लगन पर कलम लिखता हू, पापा औ मेरे पापा ?? जब मे बचपन मे था |कया कया उममीदे जागा करती थी| बोला करते थे हमेशा कंधे पर पड के ,,,, पापा ,कंधा तोड दिया चल नीचे पड😁😁, अब मेरा बेटा मेरे कंधे पर बैठा मेरा बेटा | जब कंधे पर खडा हो गया | ओर मुझे कहने लगा | देखो पापा, मे तुमसे बडा हो गया | कया मजाक ओर कया हंसी थी | मेरे पापा ने मुझे कहा | बेटा इस खुबशुरत गलतफहमि को भले ही जकडे रखना| मगर मेरा बेटा मेरा हाथ पकडे रखना| जिस दिन ये हाथ छुट जाऐगा | उस दिन बेटा तेरा ये रंगीन सपना भी पूरा हो जाऐगा| अब मेरे पापा मेरे को मुझे समझाते है| दुनिया वासतव मे उतनी हसीन नही| देख बेटा ये रंगीन सपना ना टूट जाऐ, देख तेरे पाल तले जमी नही है| अभी कंधा का सहारा है, बाप तो खुश है इस बात से की बेटा
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