"दोस्त" अब पहले वाले जैसे नही रहे ?
नमस्कार दोस्तों ,
आज की इस काहानी मे आज के बढते काम ,बोझ को लेकर
अपने दोस्तों के बारे मे बताऊगा|
० दोस्त अब पहले वाले जैसे नही रहे ||
० दोस्त अब थकने लगे है ||
०किसी का पेट निकलने लगा है
० किसी के बाल पकने लगे हे||
०सभी पर अब भारी जिम्मेदारी है
अब बचपना नही रहा ||
० सभी को कोई ना कोई छोटी -मोटी बिमारी है||
दिन भर भागते -दौडते थे वो
आज रास्ते मे रूकने लगे है ||
पर ये हकीकत है |
सब दोस्त अब थकने लगे है|
किसी को लोन का फिक्र है तो
किसी को हैल्थ का जिक्र है ||
फुर्सत की सब को कभी है |
आँखो मे अजीब सी नमी है ||
कल जो प्यार से ✍✍✍खत लिखते थे ||
वो आज जो बीमे का फार्म भरने लगे है ||
पर ये हकीकत है |
सब दोस्त थकने लगा है ||
दोस्त अब वैसे नही रहे |
दोस्त कभी साथ जाते थे
खेलते कुदते थे वो
आज कहा रहने लगे है
कोई घर के बिस्तर पर ||
तो कोई अस्पताल के बिस्तर पर||
अतं मे कहू तो दोस्त अब थकने लगने है|
दोस्त अब पहले वाले जैसे नही रहा ||
दोस्त अब ऐसा नही रहा कयूकि अब बचपना नही रहा |||
🙏🏾💪🏽✍✍💪🏽🙏🏾
मां की कहानियां देखे यहाँ से Click करके
प्यार भरी कहानियां देखे Click Here
✍✍✍ अनिल हटरिया
..
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें