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तू भोली डोली तो है | तू एक निडर तो है फिर भी तु मेरी काहानी तो है ना ,

 तू भोली डोली तो है | तू एक निडर तो है | फिर भी तु मेरी काहानी तो है ना , सबके आगे नतमस्तक करने वाली तो तु है| मान नही सम्मान रखने वाली तो है | तू मेरी एक काहानी तो है | अच्छी तो है पर तू एक निडर तो है | गजब महजब है तेरा , किसी से कम थोडी ही है , तू राजा की रानी , महलो की एक  शान तो है | करतब दिखाते हुऐ एक जीवन की  आश तो है | तू बलवान तो है | पर गुससे से लाल तो है , कभी कभी मेरे मन की बात तो है ना , समझना जरूरी नही  तू एक महान तो है ना , जरूरी नही दिल धडके , आसमान में अभी रात तौ है ना , गिरजे ये बादलो की दहाड , कडकडाऐ आसमान में बिजली की कडी ये तार, दहलाऐ धरती पर दिलो की दुकान , फिर भी तु रखे ये मान और  सम्मान, तू ताकत तो है , Buy Now   तु आँखो का पानी तो है , दिन गुजरे या रात तू एक , बस अपनी चाहत तो है ना , कभी अपनी बात ,और आपकी वो बात , दिल में अभी ताकत तो है ना , लुटकते हुऐ लोटे मे अटका पानी तो है ना , फिर भी तु मेरी काहानी तो है ना , निडर तो है तु पर  मेरी नजरो में भोली डोली तो है ना , फौजी की प्यारी महिला ✔️ ये भी पढे ✔️✔️ ✍🏻✍🏻✍🏻 अनिल हटरिया . ....

काम करने से डरना कयू , झूठे लोगो से पीछे हटना कयो , गलत लोगो से बात करना कयू , करना कयू

करना ही कयू फिर डरना कयो ?  काम करने से डरना कयू  , झूठे लोगो से पीछे हटना कयो , गलत लोगो से बात करना कयू , सही राह पर चलने से डरना कयू || मजबूरी में काम को छोडना कयू , ताकत के आगे अकडना कयू , गन्दे लौगो से मिलना कयू , आँसू बेमतलब  बहाना कयू || सोच सोच समय खराब करे कयू , आश लगी है तो फिर कयू ना करे विश्वास , काम करना है तो डरना कयू , हर बार गलत पनाह देना कयू , बेमतलब कामो में पडना कयू , ताकत नही तो बल से लडना कयू , अपनो की मोहबबत व बेजुबान को मारना कयू , बच्चो की खुशी देखकर अपने को दुखी करना कयो , झूठे लोगो से पीछे हटना कयो , आदत गंदी है तो समझाना ही कयो , घर के कामो में भागेदारी से बचना कयू , बचपन में ही जिम्मेदारी लेना कयू , बडे बुढढो के आगे अकडना कयू || मात पिता के गुण से बचना कयू || मजबूर  करकर किसी से हाथ मिलाना कयू , आदत बेइमान की भरना ही कयू , संस्कार नही वहाँ घर में रहना ही कयू , सही राह पर चलने से डरना कयू || मजबूरी में काम को छोडना कयू , Buy Now 📣📣   अपने दुश्मन बने उससे बार बार समझाना कयू , रिश्वत देकर काम करना ही कयू , गरीबी में हाल चाल ना पुछे उस ...

पापा में कैसे आपको भुल 😥जाऊ

  पापा में कैसे आपको  भुल 😥जाऊ  पापा में कैसे भूल जाऊ आपको , पापा कैसे कह दू कया किया है आपने , समझ में नही पापा कैसे चलाऐ होगे वौ घर , जब घर में दो रूपये भी ना थे  बस कहते थे कि तुम सब खुश रहो , सब संभाल लूंगा , आश थी वो बहुत बडी , कुछ ना होते भी सब घर में थी | Buy Now   बहुत खुशी हमारे  , दो टाईम की रोटी थी अच्छी , भले ही चटनी के साथ खाया था खाना , सब्जी ना होते हुऐ भी , चीनी के साथ मिलाकर भरा था पेट, समोसे तो कर्मो थे ही  कहाँ , बस चाय से साथ रोटी को  डुबाकर , किये थे वो जीवन की घडी का इंतजार , मां का वो लाड , भी कैसा  जब आती थी टोकरी से  चुडी पहनाकर के , घर आके मिलते थे बस सिर्फ 40 रूपये , फिर भी बहुत. खुश थे घर के हर कोने , लोगो को कया कहे जब घर में ना थे   अगले  चार दिन का खाने के पैसे , साईकिल से उतारते से वो सामान वाली पेटी , गिनते थे पैसे तरोडे मरोडे हुऐ , अस्सी नब्बे रूपये होते थे बहुत मुशिकल से , फिर भी कहते थे पापा मेरे की बहुत होगे लीला , तीस तो बचत के हो  ही गये होगे | चल कोई कल फिर से थोडा जल्दी  ...

बदलता है रूख , सदैव एक जैसा नही नही होता , कल जैसा दिन अगला नही होता है |

  बदलता है रूख , सदैव एक जैसा नही नही होता , कल जैसा दिन अगला नही होता है | सच्चे होने का नाटक मत करो , सच तो  दिख जाती है , झूठे आदमी की जुबान बिक जाती है | कहते है बदल रहा है रूख , बदल देगे ये कायनात , सच्चे रहने नाटक मत करो  उनको , जिनहे तुम्हारी सच का पता हो , सब बदल जाता है | आदमी रूख मोड लेता है || कायनात बदलने की नही , बस सच्चा आदमी अपना हक बदल लेता है | कुछ दिन रहता है | वो नाटक ,खत्म हो जाता है | सब खेल जब आदमी अलग हो जाता है | नींद में तो आऐगी ही कहाँ , दिनो में ही अलग रख देते है , कभी कभी तो अपनी आँखो को , बंद कर लेता है || सच्ची तो कया बताऊ , अब में वो रूख बदल लेता हूँ || किस्मत मेरे भोले ने बहुत अच्छी लिखी है || कर्म करना मेरे परिवार ने सिखाया है | नेक काम किये है , अपनेो से कभी भैर नही  किया है | समझाकर ये कदम मेरे मां -बाप ने घर से  डयूटी देने भेजा है || भगवान के अवतार ने हमें सब दवा  देकर यहाँ मौज करने भेजा है || बदलता है रूख , सदैव एक जैसा नही नही होता , आज मेंरा दिन अच्छा नही तो ये नही , कल का दिन भी अच्छा नही होगा || कभी आती गर्मी , तो कभ...

तू कया जाने मेरी आश कया है | तू कया जाने की मेरी खाश कया है ||

 तू कया जाने मेरी आश कया है | तू कया जाने की मेरी खाश कया है || समझा हुआ हू , बेमतलब टांग नही लगा रहा हू | अकड के लिऐ ,बस सबको  प्यार से समझा रहा हू , तू कया जाने आश मेरी , तू कया जाने खाश मेरी , बात कहने का दम रखता हूँ , वापस फिर से ना मुडने का दिल रखता हूँ , खाश हू किसी का , आश हू किसी का , पर प्यार सिर्फ एक से लगा रहा हू , तू कया जाने मेरी दिल की अधूरी कहानी, बीत गई जो बहुत पुरानी , आश थी और खाश भी थी  मेरी वो काहानी , अब आ रहा हू नये अंदाज में , जी रहा हू सिर्फ एक के प्यार में , आश लगा रहा हू  सिर्फ अपने इंतजार में , कह रहा हू दिल को  BUY now ✔️   खाश होते जा रहा हू किसी के प्यार में, तू कया जाने मेरी आश कया है | तू कया जाने की मेरी खाश कया है || अंधेरा नही जिंदगी अंधेरी देखी है , अब कया कहे दोस्त मेरे , खाश तो हम एक के  ही थे , पर काश एक शब्द बहुत ही अलग  महत्व दे गया | रूखे ,सुखे हम दिन निकाल गये , आश तो मेरी बहुत थी , काश वो आश , बहुत थी , सब्र की बहुत बडी बात थी | कैसे कही किसी वो सिर्फ मेरी आश थी , मतलब था जमाने में , बहुत बडा , किस्मत मे...

तकरार , #तकरार

 तकरार , #तकरार तकरार तो एक दिन आ ही जाना हे , दिन अच्छे नही तौ बोलते हे जमाना बेईमाना  है | अच्छे लोगो का साथ नही देते है ,लोग  फिर बोल देते है उनको और   तुम को , की तुम्हारा तो जमाना  ही खराब है | झूठी मोहबबत कर बैठते है लोग , फिर झूठे ही कहते है , तुम ही हो  मेरे जीवन के जीवनसाथी ,, तकरार तो एक दिन आ ही जाता है , कह देते है बेमतलब , ये ये मतलबी बाते , जब रूख जाती हे हवा , तब सुख जाते है कंठ , जब ठंड पडती है तब आते बंसत, बेमतलब लोग कहते है  जमाना झूठा है | सच में ,सच से पुछौ की तब  पता चलता है ये काहानी का अंत , तकरार तो आ जाती है एक दिन , दिलो मैं दरार तो आ जाती है एक दिन , समझते नही है ये लोग , समझाने आ बैठते है ये लोग , कह जाते है तकरार की बाते , वो गंध वाली आदते , रह जाते है  दिलो मे दरार , कंधो पर बडे भार , घर में वो तकरार , आ जाती है वो मेहमान की याद , तकरार तो एक दिन आ ही जाना हे , समझे या ना समझे ,कोई सबको जिंदगी   से एक दिन चले जाना है | तकरार तो एक दिन आ ही जाना हे , दिन अच्छे नही तौ बोलते हे जमाना बेईमाना  है ...

तुझे याद तो होगे ना वो दिन, तुझे याद तो होगे ना वो बाते , करते थे पूरी राते हम बाते ,

 तुझे याद तो होगे ना  वो दिन, तुझे याद तो होगे ना वो बाते , करते थे पूरी राते हम बाते  , जब आते थे व्हाटसअप  पर प्यार वाले वादे , अब तुझे याद तो होगे ना वो वादे , अब तुझे याद तो होगे ना वो किये हुऐ इरादे , झुका था में हर मोड पर तेरे लिऐ  , हर झूठ को भी छोडकर बडे थे आगे , अब , याद तो होगे ना , वो तेरे झूठे वादे , एक घंटे की बाते भी लगती  थी छोटी , अब वो कहाँ गई अपनी यादे , जब कहते थे की बस तुम ही हो जो भी ,मेरे  अब कहाँ गई वो तेरी बाते , तुझे याद तो होगे ना  वो दिन, तुझे याद तो होगे ना वो बाते , लड लिया मे सब से , पर में तुझसे कभी नही लड पाया , आज वो बात कहाँ गई , अब वो याद कहाँ गई  अब पता नही कौन है वो , जिससे तेरा दिल लगा | पता नही वो दिन कहाँ गये || यादे अब मुझे भी नही रही | इंतजार अब मुझे भी नही  रहा | बात कम हुई  ,पर वादे बहुत हुऐ || समय कम था मेरा पास , इसलिए में झूठ को पकड नही पाया | लोगों की काहानी सुनी नही , पर आज काहानी अपनी हो गई | अब वो बात नही रही , अब याद मुझे भी नही रही , पर तुझे तो  याद तो होगे ना  वो दिन, त...

तुझे में खुश रखुगा , ये वादा है मेरा , तेरा ये मान रखूगा , कयोकि ये सहजादा है तेरा ,

  तुझे में खुश रखुगा , ये वादा है मेरा , तेरा ये मान रखूगा , कयोकि ये सहजादा है तेरा , तुझे में खुश रखुगा , ये वादा है मेरा , तेरा ये मान रखूगा , कयोकि ये सहजादा है तेरा , मान ले मेरी जान , जी ले मेरी जान , कयोकि ये दिल है तेरा , अपनेो के लिऐ धडकता है ये जिया , समझता है ये हर बात , कयोकि कहता है ये तेरा पिया , हर बार झूक जाऊगा , तेरे आगे , पर झूकूगा नही किसी के आगे ओ मेरी मिया , तसल्ली रख कयोकि कहता है  अब आपके अपने पिया , Buy Now 🖕   मान मेरी बात , जान मेरी बात  कयोकि ये  रहता है कही तेरे ही  दिल में , सुकून से जिता है सिर्फ तेरी  बाहो मे  तेरे को ,और तूझे में खुश रखूगा , तुझमे मे केवल मे ही दिखूगा , कयोकि तेरा ऐसा है पिया , मान मेरी बात ,जान , जान मेरी बात औ मेरे दिल की जुबान, कह दे कुछ , और कर दो कुछ और , अब तो वो नही सहेगा , औ मेरी जान| तुझे में खुश रखुगा , ये वादा है मेरा , तेरा ये मान रखूगा , कहता हूँ ओ मेरी महबूबा , कसम है तेरी , इस कली की जो तू  सहेगगी , जो तू कहेगी , मिललेगा तूझे वही पर ये तेरा पिया , तू जान हे मेरी , तू शान हे मेरी...

नन्हे नन्हे हाथ है तेरे , गाल तेरे है ये रूमाल जैसे , कंधे तेरे है बिल्कुल मेरे हाथ जैसे , आंख तेरी है ये गोल गोल ,

 मेरे बेटे कयूटी बेटा 😘😘जन्मदिन की ढेर सारी बधाईया  #Second_Birthday 💞💝❣️💌 नन्हे नन्हे हाथ है  तेरे, गाल तेरे है ये रूमाल जैसे , तुझे छुने का मन करता है | पता नही फिर भी  ये दिल कयो रो पडता है  कयोकि तेरे ये  नन्हे नन्हे हाथ है  , गाल तेरे है ये रूमाल जैसे , कंधे तेरे है बिल्कुल मेरे हाथ जैसे , आंख तेरी है  ये गोल गोल , मन में है  तेरे ये  विचार अनमोल  जैसे , मन करता है बेटा तुझे चुम लू , पर दिल करता है तुझे झुला दू , पलको पे बैठा कर , पूरे देशो में घूमा दू || दिल में है अनेक सोच , सोचता है तुझे कंधे से उपर सिर पे बैठा लू , लाड करता हू तो , ठपकी लगा लगाकर , Buy Now   थोडी थोडी नींद की इपकी लगा लगाकर , बेटा ये दिल है मेरा तेरे लिऐ अपना, डयूटी से आकर तुझे साईकिल पर  ले जाऐगे  , छोटे छोटे टायरो वाली गाडी को पैडल मार मार के  ले भगाऐगे | पार्क में ठडरेगे ,थोडा सा  फिर नारियल पानी पीकर  वापिस घर की दौड लगाऐगे , शहर जाना होगा तो स़कूटी पर चले जाऐगे , नन्हे नन्हे हाथो से , गाडी का हार्न बजाऐगे , पी पी कर क...

सफर में हमसफर और हम में हमसफर

  सफर में हमसफर और हम में हमसफर सफर के रास्ते में हमसफर निकल गये , हमसफर में से केवल हम ही रह गये | सफर चलता रहता रहा , हमसफर दगा दे गये | अपने बोलकर औरो के साथ  का सफर चल दिये | हमसफर में हम ही रह गये | हम में से सफर निकल गये || इंतहान की कडी परीक्षा में साथ छोड गये | साथ दिखाकर अपनो का , लोगो  का साथ दे गये | इस सफर के रास्ते से हमसफर मे से सफर निकल गये | हमसफर मे से केवल हम रह गये | रूलाकर दुखाकर बिना सोच समझकर , वो अपने सफर पे चल दिये | BUY NOW 🖕   मेंने इंतजार रखा , पर पता नही वो कौन से रास्ते से  अपने रास्ते के  सफर चल  दिये || हमसफर का साथ नही , हमसफर का हाथ नही , हमसफर पर विशवास नही  अब बेपनाह मोहब्बत मे से अपने  को आंख दिखा गये | समझा नही में उसकी सफर का रूट , सही रूट पर दिखाकर , अलग रूट से निकल गये | बहुत धोखा कर गये | अब मोहब्बत तो कैसी , देखने की आदत से भी मजबूर कर गये | कैसे कह दू अब सफर में हमसफर  और हमसफर में सफर रह गये | थकना नही मेरी जान , रूकना नही है है जान , में ताकत लगा लगा कर ये  गुनगुनाता रहा , पर कैसे कह देत...

धीरे धीरे चल ओ जिंदगी , अइसते अझसते चल ओ जिंदगी , सफर बहुत बाकी है | सफर देख के चल ओ जिंदगी

 धीरे धीरे चल ओ जिंदगी , अइसते अझसते चल ओ जिंदगी , सफर बहुत बाकी है | सफर देख के चल ओ जिंदगी, महजब तलाश रही है | ठिकाने लगाने वाले ठोकर लगा रहे है | धीरे धीरे चल औ जिंदगी , समझ समझ के  कदम रख ओ जिंदगी , देख देख परख ओ जिंदगी , कडवे लोग बहुत कम है जिंदगी  पर गहरे घाव देने वाले बहुत है ऐ जिन्दगी , समझने वाले बहुत कम है | पर समाझाने वाले बहुत है जिंदगी , अइसता अइसता चल ओ जिंदगी,, आस लगा सफर में कामयाबी की ओ जिंदगी , सफर में आड लगाने वाले बहुत है जिंदगी , समझ के चल औ जिंदगी , क़ंकड नही कांटे है यहाँ पर औ जिंदगी , सभंल संभल के चल ओ जिंदगी , कया पता चला है तुम्हे अभी अरे ओ जिंदगी, महजब तालाश रही है जिंदगी , Buy Now 💥💥💥  रात अंधेरी नही , जाग रही है जिंदगी, मतलब नही रहा है  बस किस्मत साथ दे रही है  जिंदगी , करतूतो को कर्म करने दो , चरम सीमा पर जुलमी को जुर्म को करने दो , पिघल भी जाने  उन बर्फो को , जो सालो तक हिली ही नही , ऐ जिन्दगी जाग थोडी थोडी , सो कम , बस ओ जिंदगी , सफर आधा ही कहाँ हुआ ऐ जिन्दगी  , अधुरे को पूरे तो करने दो ,ऐ जिंदगी  रास्ते में...

मां - पापा की शाबासी

  मां - पापा की शाबासी  मां - पापा की वो शाबासी कैसी है | जिससे आज भी मे खुश हो जाता हुं , कहता हूँ मां में आज देखो में कैसा  इनाम जीत के लाया हूँ , सबको पीछे छोडकर में पहले स्थान पर आया हू , और पापा में देखो पहले स्थान पर आया हूँ , कोई नही था टककर में सबको हराकर आया हूँ | देखी थी कया मेरी दौड 100 कदम आगे पाया हु | कैसा भागा था पापा , हर बार पापा के मुहँ से  शाबासी दिलवाता हूँ | स्कूल में देखो पापा , में तीसरे स्थान पर आया हूँ | पढने में कमजोर नही , पर एक दो नबंर से तीसरे स्थान पर आया हूँ , आगे बढूगा पापा , आगे तक जाउगा पापा , जब तक है ये हद में जान , पापा , Buy Now 💥💥 तब तक आप को बहुत उचां उठाऊगा | मां - पापा , बस तुम शाबासी देते रहना , मे कभी नही फिर घबराऊगा | है यहाँ दुनिया में गिराने वाले पापा , पर तुम् मेरा कधां उठा देना , यदि में गिरा तो पापा , बस थोडा सा शाबासी की थपकी लगा देना | मां तुम मुझे बस थोडा सा लाड लडा देना | हुआ मुझे बचपन वाला गुस्सा तो तुम मुझे मना लेना , रूसी हुई तो कया हुआ मां , मुझे थोडा सा खिला देना , मां -पापा बस थोडी गलती भी हो तो , बैठकर सम...

हमे अपने लोगो ने ही समझाया | हमे अपने लोगो ने ही रूलाया | हमने इतंजार ऐसा ही किया | सब छोड के , दिल एक को ही दिया |

 हमे अपने लोगो ने ही समझाया | हमे अपने लोगो ने ही रूलाया | हमने इतंजार ऐसा ही किया | सब छोड के , दिल एक को ही दिया | धोखा देखा नही था | ऐसा धोखा लोगों ने दिया | आज वो अपने नही , लोगो में गिगने जाने लगे है | कभी किसी का इंतजार नही किया था | मोड पे खडे होकर लोगों  को इशारे ना किया था | मेहनत कर करके एक सपना पूरा किया| आज एक प्यार के लिऐ में कयो रो दिया था  | मोहब्बत नही गैरो से पर उससे ही मोहब्बत कयो किया था | हमे अपने लोगो ने ही रूलाया था  | हमने इतंजार ऐसा ही कयो  किया था | जिसने दिल को सूकून दिलवाया | दिल को समझाऊ  कैसे अब  जिन्होने दिल मेरा  छीन लिया | माना की मोहब्बत दुबारा नही होती | पर मेरे दिल तुमने दिल उसी को ही कयो दिया | में ताक नही सकता , में झाक नही सकता ,   Buy Now 💥 .    में अपने के अलावा गैरो पर  विश्वास नही रख सकता  | मतलबी है दूनिया इसी कडी में , कयो में अधूरा रह गया | कोई नही मुझे , नही रखने ये ज्यादा यार - प्यार , कयोकि में एक से ज्यादा पर विश्वास नही करता | हमे तो  अपने लोगो ने ही समझाया | हमे तो...

किस किस को समझाऊ , जिसको समझ नही आता उसे मे कयू मनाऊ , किस किस को बताऊ , जिससे दिल नही लगता उसको ये दिल की बात कयो समझाऊ ,

 किस किस को समझाऊ , जिसको समझ नही आता उसे मे कयू मनाऊ , किस किस को बताऊ , जिससे दिल नही लगता उसको ये दिल की बात कयो समझाऊ  , में जिंदगी जी रहा हू , अच्छी सी , हर बार तुझे कयो बताऊ , में हंस रहा हू या रो रहा हूँ | हर बात तुझे में कयो बताऊ , अब समझ नही आता , किसको कितना समझाऊ , किससे कितना दिल लगाऊ , किस किस को समझाऊ , जिसको समझ नही आता उसे मे कयू मनाऊ , सारी जिंदगी जी करके देखी है अकेले ही , अब तुझे में अपनी जिंदगी मै कयो लाऊ , मैने देखा है  बडे गौर से , इसी प्यार की कडी को , जहाँ तुझे हाथ पकडना था मेरा , वहाँ में तेरे पैरो मे कयो पडू | अब समझ नही आता , किसको कितना समझाऊ , किससे कितना दिल लगाऊ , किस किस को मनाऊ , हर बात हर कोई को कयो बताऊ , जिससे समझ नही आता , उससे में बार बार कयो समझाऊ | Buy Now 💥💥💥   आदत खराब है मेरी , नियत साफ है तेरी , ये बात में अपने  दिल को कयो सुनाऊ || समझ आता है मुझे , जिंदगी के हर एक पडाव को ,झेलना ,, तेरे जेसै मैने देखे है बहुत सारे लोग जो  गैरो की बाहो मे पडते फिरते दिखे है  एक हजार बार  | जब वो  समझा के चले जाते...

पता नही कयू तुमसे प्यार किया ||

  पता नही कयू तुमसे प्यार किया || पता नही  कयू तुमसे प्यार किया , पता नही कयू तुझसे इजहार किया , इस दिल पर कयू इतना दर्द लिया | कयू माना में तेरी हर बात , कयू हर बार तूने मुझे झुठा बना दिया | शर्त थी एक कि जुदा नही होगे , शर्त थी कि एक और कि कभी गुस्सा नहीं होगे , पर कयू आज कयू अकेला बना दिया | कयू प्यार किया , कयू इंतज़ार किया , एक दिल को जोडकर फिर उस दिल को सीने से  कयो निकाल दिया | बहुत समझाया मैने इस दिल को फिर भी इस दिल ने  कयू इजहार नही किया | Buy Now ✍🏻💥   कयू मैने तुमसे प्यार किया | कयू मै अपने दिल को तुझे दे बैठा | कयू मै इस खुशी को तेरे लिये खोै बेठा | प्यार किया था तुझसे कयू में इसे  अलग कर बैठा || आकर तुम रोऐ थे एक पल  तो मेरा दिल छोटी सी आपकी चिख से आपा खो बैठा || जब आई नही इस मर्द की बार बार सताने वाली आवाज  तो कयू किसी से मे प्यार कर बैठा | दिल लगा तुझसे ,फिर दिल में विशवास बना , फिर दिल को परे ही कयो कर बैठा | पता नही में कयो दिल दे बैठा | हां पता नही में कयो में  रो बेैठा | वहम है तो रखो कि अब अनिल हटरिया तो  किसी और क...

तू इज्जत करना , भूल मत जाना इज्जत है मेरी

 तू भूल मत जाना  इज्जत है मेरी , तू शर्म करना  अपने रूप की  तू कदर करना उसकी  जो तेरे लिये जिये |, तू भूल मत जाना  अपनी जिंदगी अभी , पिंजरा बंद है  पर ये मत सोचना की  सपने अभी पूरे हो गये है  मेरे | तू भूल मत जाना  इज्जत है मेरी , तू शर्म करना इस दुनिया की , अपने बनाकर आपको  बेसहारा छोड देंगे | तू कर्म अच्छे करना , Buy Now💥💥   तू बस एक शर्म करना || अभी तो ज़िंदा हूँ , शर्म कर ना ||  तु भूल मत जाना | इज्जत है मेरी , सपने आधे नही हुऐ , अधूरे हुऐ , लोग अपने नही , आपके  हुऐ || तू शर्म करना बस , तू इज्जत है मेरी , मतलब निकालकर लोग भाग जाऐगे | बात याद रखना तू मेरी , मां -बाप तुझे एक बार ही  मिलेगे | पर प्यार करने वाले तुझे हजार मिलेगे | बस तू इज्जत करना  उस प्यार की जिसने   बस तेरे को ही चाहा  तू इज्जत करना उस रब की जिसने  तुझे अपना समझा , तू इज्जत करना , भूल मत जाना  इज्जत है मेरी  कविता थोडी सी भी अच्छी लगे तो शेयर और प्रति कि या जरूर दे  || यहाँ से पढे और ढेरो सारी कहानियां ...

लोग अकेले होते जा रहे है | दिन छोटे होते जा रहे है |

 लोग अकेले होते जा रहे है | दिन छोटे होते जा रहे है | कही गामो में उजाला आ रहा है तो  कही शहरो मे तमाशे हो रहे है | दिल के सूकुन घटते जा रहे है | अपने ही  लोग रोड पर आ रहे है | सच्चे को झूठा बौलकर शमशान की तरफ जा रहे हे | कुछ लोग अकेले होते जा रहे है | शहर में तमाशे हो रहे है | कुछ लोग रिल बनाते फिर रहे है  तो कुछ  रियल जिंदगी का सफर जी रहे है | कुछ गांव के गरीब  मरते जा रहे है | तो कई अमीर हस्पताल  में रो रहे है  कैसा हो गया ये संसार , अपनौ  को छोडकर लोग , दूसरों से राय से लेने जा रहे है | कई लोग अकेले होते जा रहे है  क ई  तो अपने शहर छोडकर जा रहे है | घर घर में विवाद होते जा रहे है | वही लोग पुलिस थाने में अपमान बता रहे है | कर्मो की देन है भगवान , कुछ लोग ना चाहते हुऐ भी दूर जा रहे है | दिन छोटे होते जा रहे है | Buy Now🔥🔥🔥🔥 अपने लोग किसी और के पास जा रहे है | बादल की छारो से कांप रहा है  ये मौसम , क ई तौ बेमौसम बरसात लेकर आ रहे है | जा रहे दूर लोग , गैरो को अपना बना रहे है | मोहब्बत लाखो से कर ली , पर वो दिल एक से भी नही...