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मां - पापा की शाबासी

  मां - पापा की शाबासी  मां - पापा की वो शाबासी कैसी है | जिससे आज भी मे खुश हो जाता हुं , कहता हूँ मां में आज देखो में कैसा  इनाम जीत के लाया हूँ , सबको पीछे छोडकर में पहले स्थान पर आया हू , और पापा में देखो पहले स्थान पर आया हूँ , कोई नही था टककर में सबको हराकर आया हूँ | देखी थी कया मेरी दौड 100 कदम आगे पाया हु | कैसा भागा था पापा , हर बार पापा के मुहँ से  शाबासी दिलवाता हूँ | स्कूल में देखो पापा , में तीसरे स्थान पर आया हूँ | पढने में कमजोर नही , पर एक दो नबंर से तीसरे स्थान पर आया हूँ , आगे बढूगा पापा , आगे तक जाउगा पापा , जब तक है ये हद में जान , पापा , Buy Now 💥💥 तब तक आप को बहुत उचां उठाऊगा | मां - पापा , बस तुम शाबासी देते रहना , मे कभी नही फिर घबराऊगा | है यहाँ दुनिया में गिराने वाले पापा , पर तुम् मेरा कधां उठा देना , यदि में गिरा तो पापा , बस थोडा सा शाबासी की थपकी लगा देना | मां तुम मुझे बस थोडा सा लाड लडा देना | हुआ मुझे बचपन वाला गुस्सा तो तुम मुझे मना लेना , रूसी हुई तो कया हुआ मां , मुझे थोडा सा खिला देना , मां -पापा बस थोडी गलती भी हो तो , बैठकर सम...

हमे अपने लोगो ने ही समझाया | हमे अपने लोगो ने ही रूलाया | हमने इतंजार ऐसा ही किया | सब छोड के , दिल एक को ही दिया |

 हमे अपने लोगो ने ही समझाया | हमे अपने लोगो ने ही रूलाया | हमने इतंजार ऐसा ही किया | सब छोड के , दिल एक को ही दिया | धोखा देखा नही था | ऐसा धोखा लोगों ने दिया | आज वो अपने नही , लोगो में गिगने जाने लगे है | कभी किसी का इंतजार नही किया था | मोड पे खडे होकर लोगों  को इशारे ना किया था | मेहनत कर करके एक सपना पूरा किया| आज एक प्यार के लिऐ में कयो रो दिया था  | मोहब्बत नही गैरो से पर उससे ही मोहब्बत कयो किया था | हमे अपने लोगो ने ही रूलाया था  | हमने इतंजार ऐसा ही कयो  किया था | जिसने दिल को सूकून दिलवाया | दिल को समझाऊ  कैसे अब  जिन्होने दिल मेरा  छीन लिया | माना की मोहब्बत दुबारा नही होती | पर मेरे दिल तुमने दिल उसी को ही कयो दिया | में ताक नही सकता , में झाक नही सकता ,   Buy Now 💥 .    में अपने के अलावा गैरो पर  विश्वास नही रख सकता  | मतलबी है दूनिया इसी कडी में , कयो में अधूरा रह गया | कोई नही मुझे , नही रखने ये ज्यादा यार - प्यार , कयोकि में एक से ज्यादा पर विश्वास नही करता | हमे तो  अपने लोगो ने ही समझाया | हमे तो...

किस किस को समझाऊ , जिसको समझ नही आता उसे मे कयू मनाऊ , किस किस को बताऊ , जिससे दिल नही लगता उसको ये दिल की बात कयो समझाऊ ,

 किस किस को समझाऊ , जिसको समझ नही आता उसे मे कयू मनाऊ , किस किस को बताऊ , जिससे दिल नही लगता उसको ये दिल की बात कयो समझाऊ  , में जिंदगी जी रहा हू , अच्छी सी , हर बार तुझे कयो बताऊ , में हंस रहा हू या रो रहा हूँ | हर बात तुझे में कयो बताऊ , अब समझ नही आता , किसको कितना समझाऊ , किससे कितना दिल लगाऊ , किस किस को समझाऊ , जिसको समझ नही आता उसे मे कयू मनाऊ , सारी जिंदगी जी करके देखी है अकेले ही , अब तुझे में अपनी जिंदगी मै कयो लाऊ , मैने देखा है  बडे गौर से , इसी प्यार की कडी को , जहाँ तुझे हाथ पकडना था मेरा , वहाँ में तेरे पैरो मे कयो पडू | अब समझ नही आता , किसको कितना समझाऊ , किससे कितना दिल लगाऊ , किस किस को मनाऊ , हर बात हर कोई को कयो बताऊ , जिससे समझ नही आता , उससे में बार बार कयो समझाऊ | Buy Now 💥💥💥   आदत खराब है मेरी , नियत साफ है तेरी , ये बात में अपने  दिल को कयो सुनाऊ || समझ आता है मुझे , जिंदगी के हर एक पडाव को ,झेलना ,, तेरे जेसै मैने देखे है बहुत सारे लोग जो  गैरो की बाहो मे पडते फिरते दिखे है  एक हजार बार  | जब वो  समझा के चले जाते...

पता नही कयू तुमसे प्यार किया ||

  पता नही कयू तुमसे प्यार किया || पता नही  कयू तुमसे प्यार किया , पता नही कयू तुझसे इजहार किया , इस दिल पर कयू इतना दर्द लिया | कयू माना में तेरी हर बात , कयू हर बार तूने मुझे झुठा बना दिया | शर्त थी एक कि जुदा नही होगे , शर्त थी कि एक और कि कभी गुस्सा नहीं होगे , पर कयू आज कयू अकेला बना दिया | कयू प्यार किया , कयू इंतज़ार किया , एक दिल को जोडकर फिर उस दिल को सीने से  कयो निकाल दिया | बहुत समझाया मैने इस दिल को फिर भी इस दिल ने  कयू इजहार नही किया | Buy Now ✍🏻💥   कयू मैने तुमसे प्यार किया | कयू मै अपने दिल को तुझे दे बैठा | कयू मै इस खुशी को तेरे लिये खोै बेठा | प्यार किया था तुझसे कयू में इसे  अलग कर बैठा || आकर तुम रोऐ थे एक पल  तो मेरा दिल छोटी सी आपकी चिख से आपा खो बैठा || जब आई नही इस मर्द की बार बार सताने वाली आवाज  तो कयू किसी से मे प्यार कर बैठा | दिल लगा तुझसे ,फिर दिल में विशवास बना , फिर दिल को परे ही कयो कर बैठा | पता नही में कयो दिल दे बैठा | हां पता नही में कयो में  रो बेैठा | वहम है तो रखो कि अब अनिल हटरिया तो  किसी और क...

तू इज्जत करना , भूल मत जाना इज्जत है मेरी

 तू भूल मत जाना  इज्जत है मेरी , तू शर्म करना  अपने रूप की  तू कदर करना उसकी  जो तेरे लिये जिये |, तू भूल मत जाना  अपनी जिंदगी अभी , पिंजरा बंद है  पर ये मत सोचना की  सपने अभी पूरे हो गये है  मेरे | तू भूल मत जाना  इज्जत है मेरी , तू शर्म करना इस दुनिया की , अपने बनाकर आपको  बेसहारा छोड देंगे | तू कर्म अच्छे करना , Buy Now💥💥   तू बस एक शर्म करना || अभी तो ज़िंदा हूँ , शर्म कर ना ||  तु भूल मत जाना | इज्जत है मेरी , सपने आधे नही हुऐ , अधूरे हुऐ , लोग अपने नही , आपके  हुऐ || तू शर्म करना बस , तू इज्जत है मेरी , मतलब निकालकर लोग भाग जाऐगे | बात याद रखना तू मेरी , मां -बाप तुझे एक बार ही  मिलेगे | पर प्यार करने वाले तुझे हजार मिलेगे | बस तू इज्जत करना  उस प्यार की जिसने   बस तेरे को ही चाहा  तू इज्जत करना उस रब की जिसने  तुझे अपना समझा , तू इज्जत करना , भूल मत जाना  इज्जत है मेरी  कविता थोडी सी भी अच्छी लगे तो शेयर और प्रति कि या जरूर दे  || यहाँ से पढे और ढेरो सारी कहानियां ...

लोग अकेले होते जा रहे है | दिन छोटे होते जा रहे है |

 लोग अकेले होते जा रहे है | दिन छोटे होते जा रहे है | कही गामो में उजाला आ रहा है तो  कही शहरो मे तमाशे हो रहे है | दिल के सूकुन घटते जा रहे है | अपने ही  लोग रोड पर आ रहे है | सच्चे को झूठा बौलकर शमशान की तरफ जा रहे हे | कुछ लोग अकेले होते जा रहे है | शहर में तमाशे हो रहे है | कुछ लोग रिल बनाते फिर रहे है  तो कुछ  रियल जिंदगी का सफर जी रहे है | कुछ गांव के गरीब  मरते जा रहे है | तो कई अमीर हस्पताल  में रो रहे है  कैसा हो गया ये संसार , अपनौ  को छोडकर लोग , दूसरों से राय से लेने जा रहे है | कई लोग अकेले होते जा रहे है  क ई  तो अपने शहर छोडकर जा रहे है | घर घर में विवाद होते जा रहे है | वही लोग पुलिस थाने में अपमान बता रहे है | कर्मो की देन है भगवान , कुछ लोग ना चाहते हुऐ भी दूर जा रहे है | दिन छोटे होते जा रहे है | Buy Now🔥🔥🔥🔥 अपने लोग किसी और के पास जा रहे है | बादल की छारो से कांप रहा है  ये मौसम , क ई तौ बेमौसम बरसात लेकर आ रहे है | जा रहे दूर लोग , गैरो को अपना बना रहे है | मोहब्बत लाखो से कर ली , पर वो दिल एक से भी नही...

कुछ बन जाना बेटा , कुछ बनके आना बेटा ,

 कुछ बन जाना बेटा , कुछ बनके आना बेटा , हर माँ -बाप की सोच होती है | हर दिन एक नया सवेरा होता है | हर रात मे एक नया ख्वाब आता है | बेटा कुछ बन के आना | कुछ पढ लिख जाना | मां -बाप की ये सोच. आज नही जब  तक जिंदा है उम्मीद रखते है | जब तक सांस है विशवास रखते है | जब तक आस रखते है तब  तक सांस रखते है | Buy Now 🔥🔥🔥🔥 वो मेरे माँ -बाप बडी आस रखते है | कुछ पढ लिख जाना बेटा ये उनका नही उनकी सांस बोलती है | जिंदा रहना बेटा , उम्मीद कम मत रखना , हौसले तो परिंदो के भी होते है | तु बस एक आस रखीऐ बेटा , वो मेरे माँ- बाप की सांस बोलती है | तू आस मत छोडिऐ बेटा तेरे  ये होसले मजबूत रखिऐ | मत डरिऐ इन तेडडे मेडडे झरोखे से,  कयोकि ये आपका साहस देखते है | कुछ करना बेटा ,कयोकि  ये तेरे ये माँ - बाप आस देखते है | कामयाब होना जाना  बेटा , कयोकि तेरे ये निडर माँ - बाप देखते है | मत छोडिऐ ये आस  कयोकि तेरे ये सपने तेरे अवतार देखते है | तू कामयाब होना , बेटा  बस ये आस तेरे माँ बाप देखते है |  कुछ बन जाना बेटा , कुछ बनके आना बेटा , ये सपने केवल तेरे माँ -बाप ही...

मेरी जिंदगी अलग है यार, मुझे नही चहिऐ ज्यादा यार -प्यार || मै अकेला ही सही हूँ मेरी जिंदगी अलग है यार,

 मेरी जिंदगी अलग है यार, मुझे नही चहिऐ  ज्यादा यार -प्यार || मै अकेला ही सही हूँ  मेरी जिंदगी अलग है यार, मै अकेला ही सही हूँ  कयोकि इससे अच्छा ही है मेरा उदार , यही है जीवन का उदार , मानता हूँ किस्मत अजमानी चहिऐ , पर मे किस्मत नही कर्मो में विशवास रखता हूँ | अपने हजार नही सिर्फ एक रखता हूँ | मालिक नही बना तो सिर्फ  अपना एक परिवार रखता हूँ | मेरी जिंदगी अलग है यार , में बहुत कम यार प्यार रखता हूँ | जीवन को उत्सुक बनाने के लिऐ बस में  अपनी प्रेरणा रखता हूँ | बस एक बात अच्छी है मेरे में कयोकि  में बहुत कम यार प्यार रखता हूँ | जीवन ने सिखाआ है | Buy Now🔥🔥   बचपन ने पढाया है  गुरूओ को अपनाया है | अपने रास्ते को खुद बनाया है | किसी का लिया साथ , बस भगवान से आस लगाया है , जिक्र नही किया किसी छोटे -बडे का  अपने घर पर, घर आऐ महमानो को भोग लगाया है | केवल अपना मेहनत दिल दिमाम से लगाया है | मेरी जिंदगी अलग है यार, मुझे नही चहिऐ ज्यादा यार -प्यार || केवल दो घडी की रोटी -सब्जी , का रहता है मुझे इंतजार , केवल जी लेता उन्हे देखकर  जो रहता है मे...

मैरी स्टोरी कया सुनोगी तुम || मेरी स्टोरी कया तुम सुनोगी , अब सहन नही होती वो राते कया तुम मेरे से बात करोगी ||

 मैरी स्टोरी कया सुनोगी तुम || मेरी स्टोरी कया तुम सुनोगी , अब सहन नही होती वो राते  कया तुम मेरे से बात करोगी || मेरी स्टोरी कया तुम सुनोगी , काहानी नही ये जिंदगी हैं  असली में ये हमारी जुबानी है | वकत मांगा तुमने तो फिर मेनै मेरा वकत  तेरे नाम कर दिया | मुझे नही था किसी को आंख उठाकर भी  देख लेना ,अब तुमने वो  मेरा वकत बर्बाद कर दिया || वकत दिया था तुझे अब तुमने वो वकत बर्बाद कर दिया | मेरी स्टोरी कया तुम सुनोगी | जो तुने मेरा वकत बर्बाद कर दिया | अब समय नही रहा है  वो पल भी याद कहा रहा , अधेंरा आँखो के पास से जा चुका है | अधेरी रातो का वो काल भी बीत चूका है | वकत पर तुम साथ नही थे  अब तुम वक्त बर्बाद कर  रहे हो  , Buy Now🔥🔥   काहानी लिखी मैने  बस एक वकत ,के लिऐ और एक मौका तुझे दे दिया | अब सुन सुन के पक चुका हूँ कि  बदल जाऐगा दिन,साल और वो महीना  कयोकि हर साल मे एक नया साल आ रहा हैं | नये आयाम के साथ नये मौके  ला रहा है | काहानी कया तुम मेरी सुनोगी | यो वकत की बात बता रहा है | काहानी तुम कया मेरी सुनोगी | नई ...

वो आखरी बात थी | वो आखरी मुलाकात थी |

 वो आखरी बात थी | वो आखरी मुलाकात थी | वो जीवन की एक नई शुरूआत थी | काहानी हुई थी एक मुलाकात से , जन्म से मरण तक का किया  था वो वादा | पता नी किस मोड पर वो मेरी आस थी | वो मेरी आखरी बात थी | वो ही मेरी आखरी मुलाकात थी , टूटे थे एक ही बार इस प्यार की जिंदगी में , फिर भी एक बहुत बडी आस थी | फिर भी बहुत बडी आस थी | किस्मत बडी लिखी थी भगवान ने , कर्मो की बडी देन थी | जिंदगी जीने का तरीका दे दिया था | मरने से पहले अपने लोगो ने  ही अवारा देख लिया था | अब उन्होने कया बोले जब अपने आप ही मन में जहर घोल लिया था | याद थी मुझे सब बाते , याद थी मुझे सब वो राते , याद थी मुझे सब वो  अपने अगले सारे  सपने , पर अब वो बात ही अलग थी , BUY Now   वो आखरी बात थी , वो ही आखरी मुलाकात थी | भूले हुऐ वादो के लोगो से दोस्ती नही , बार बार समझाने वालो से  अच्छा तो समझ के अलग ही सही || पर अब वो बात ही अलग थी | उस समय की बात ही अलग थी | धोखा ना दिया मेंने , बस वो तेरी ही एक आदत थी |  सच्चे आदमी  को झुठा बनाकर दिन को  तूने रात बना दिया था  | अब चल छोड वो आखरी ...

हे हम वतन के सच्चे ,सबसे अलग सवेरा भारत देश है मेरा |||

 है हम वतन के सच्चे  हे हम वतन के सच्चे , किसी के ना लिऐ अच्छे , जान कुरबान कर देते है , इस जमीं के लिऐ , भारत वतन है मेरा, जिसके लिऐ खडे है हम  तिरंगा इंडा है मेरा , तिरंगा लेकर बार्डर पर अडे है हम , धरती के चारो और से हिन्दुस्तां है मेरा , है हम वतन के सच्चे , फौज है वर्दी मेरी , पानी उपर जहाज है मेरा , पानी के नीचे पनडुब्बी है मेरी , चल पडते घर छोड के , बिना दर्द लिऐ,  घर को बोल देते है , हा हम खुश है | अच्छे से रहते है , इस वतन के लिऐ  है हम वतन के सच्चे , अपने देश के लिऐ  योग है मेरा , भारत देश है मेरा || यही है वतन में मेरा , ना आड आने दूंगा , BUY NOW 💫💫   ना झुकने दूंगा , वतन है मेरा ना  किसी और का  होने दूंगा , सिर कट के गिर जाऐ , पर गर्दन ना गिरने दूंगा | वतन है ये मेरा, वतन है ये हिदुस्तां मेरा || झुकने ना दूंगा || है हम वतन के सच्चे  किसी के लिऐ ना अच्छे , भारत देश है मेरा | सबसे अलग सवेरा  भारत देश है मेरा ||| हे हम वतन के सच्चे ,  हे हम वतन के सच्चे , सहयोगकर्ता : सभी भारतवासी फौजी 🕴🕴🕴 ये भी जरूर पढे Click Now...

हम तो मस्त है अपनी दुनिया में , किसी की ना हमे फिक्र रही , हुऐ ना वो अपने तो फिर भी उसका जिक्र हुआ

 हम तो मस्त है अपनी दुनिया में , किसी की ना हमे फिक्र रही , हुऐ ना वो अपने तो  फिर भी  उसका  जिक्र हुआ || खेलते थे मस्त एक दम अब वो रास्ते से कयू गायब रहा | उडान लेनी तो ले लेते , हमसे फिर ये प्यार कयू हूआ | जिक्र हुआ फिर से इस दूनिया में  फिर भी तुम्हारी फिक्र ना रही| मैने चाहा तुम को बस तुम ही , फिर अब वो रास्ते से कयू जा रही  |  हम तो मस्त है दुनिया में , फिर भी तेरी फिक्र हमे कयो रही || आँसू आये भर भर के  फिर ये नींद कयो ना आ रही | हुऐ सपने आधे झुठे  फिर भी तेरी याद कयो रही | हम तो मस्त है अपनी दुनिया में  फिर भी तेरा ये जिक्र कयो रहा | सभांल नही पाऊगा | ये बोल बोल के कयू ये सारी  राते आंखे खोल खोल के इंतजार कर रही | चल जा अब सपना , सपना का  अब तो इंतजार ही कयू रहा | खत्म हुआ ये मतलब  तो हमारा फिर प्यार कयू रहा | अब हम मस्त है इस दूनिया में  ये बोल बोल कर दिल पर कयू  इंतजार रहा || BUY now 🔥🔥 लिख दी कविता तेरे नाम की , फिर भी तुझे इतबार कयू ना रहा | हो सकते आपके पाने वाले  बहुत होगे | पर प्यार करने वाला...

माना की परिवार जरूरी है | माना की पैसा जरूरी है वक्त अच्छा रहने के लिऐ वकत जरूरी है |

 माना की पैसा जरूरी है | पर पैसे के साथ परिवार भी जरूरी है | ये वक्त वक्त की बात है | माना की परिवार जरूरी है | माना की पैसा जरूरी है  वक्त अच्छा रहने के लिऐ वकत जरूरी है | वक्त अच्छा  रखने के लिऐ दिल जरूरी है | माना की पैसा जरूरी है | पर पैसा से ज्यादा परिवार जरूरी है | माना की वकत जरूरी है | अपना होने के लिऐ बस एक दिल जरूरी है | दिल को रखने के लिऐ एक दिल जरूरी है | परिवार को अच्छा रखने के लिऐ वक्त जरूरी है | माना की पैसा जरूरी है | पैसे के साथ अपना होना जरूरी है | अपनौ के साथ अपना होना भी जरूरी है | Buy NOW 🔥🔥 वक्त अच्छे के साथ वकत का होना भी जरूरी है | वकत निकाल के परिवार संभालना भी जरूरी है | अच्छे कर्मो के भोग के साथ भगवान  भी जरूरी है | हर जरूरी वकत के लिऐ जिंदा दिल भी जरूरी है | माना की वकत जरूरी है | वकत के साथ परिवार भी जरूरी है | जरूरी है हर रिशते , पर ;  पर रिशतो में मिठास भी जरूरी है | वकत के साथ वकत को मिलाना भी जरूरी है | अपने है ही नही  वो जो नजर से अनदेखा करते है | नजर सही ही नही उनकी जिनकी नजर ठीक ही नही , कयौकि वक्त के साथ वकत होना होना ...

तू एक मर्द है | हंसना भी है हंसाना भी आपको ही है | कयोकि तू एक मर्द है |

 तू एक मर्द है || चिल्ला जितना चील्ला सकता है ! अपने कमरे के अंदर  कयोकि , तू एक मर्द है ! बाहर जाकर मत रो , कयोकि यहां के  सभी लोग  बेदर्द है | कब तक घबराऐगगा , हिम्मत रख यहाँ अभी सभी के हौसले बुलंद है | तू कमजोर मत हो तू भी एक मर्द है | घर चलाना है समस्या को भी सुलझाना है  | मां बाप को भी विदेश घुमाना है | मत थक अभी , तू एक मर्द है | भूल मत तेरे होसले अभी तो  जिदंगी पटरी पे आयी है | Buy Now ⚖️ हौसले बुलंद रख तू कयोकि तू भी तो एक मर्द है | कमाना भी तुझे है घर को सजाना भी तुझे है | लोग आंख मिचौली खेलगे , तेरे साथ , तुझे भी  छुपना है और परिवार को भी छिपाना है | मत  झुक किसी के सामने अभी तो तू जिंदा है , औरत थोडी ही है तू तो एक  मर्द है | कोशिश रख अपनी तरक्की कर कयोकि  आपको झुकाने के लिऐ आपके ही आदमी  अनेक है | तू मत झूक अभी ,तू मत रूक अभी ,तू मत थक अभी ही  कयोकि थकाने के लिऐ रिशतेदार और पडोसी ही बहुत है | अपने कर्म करता रह , कर्म के साथ धर्म करता रह || कयोकि तू एक मर्द है | धर्म के साथ घर को भी संवारना है | हुऐ अनेको गुलाम इस घर...

ये कुछ वकत की बात है |बस कुछ वकत की बात है || सब कुछ अच्छा होगा

 ये कुछ वकत की बात है | जब जब जीवन  दुख दे तो , सुबह बिस्तर से उठ जाना | चार कदम चलकर और बोलना बस कुछ वकत की बात है | अपनी डयूटी पर जाने का बहाना बना लेना | थौडी सी खुशी अपने चेहरे पे ले आना | वो इस वकत हुआ अब बस भुल जाना | अपने चेहरे पर खुशी रख लेना ये  कुछ वकत की बात है | जहां भी रहना  जिंदा रहने की उम्मीद करना || कुछ वकत की बात है कुछ पल अपने से बता देना | थोडी सी आह लेकर पीछे का भूल जाना , कुछ वकत की बात है | माफ करना उनको जो नांसाफ है  भले ही जिंदगी अपनी बदल जाऐ पर  जो खुश नही आपकी खुशी से उनसे  थोडा वकत की दूरी बना लेना | चेहरे पे रोनक रखना | Buy Now   कुछ वकत की बात है | अपने को अपनापन मत खो देना | कुछ बुरा हुआ है तो बस किस्मत की लकीर  कौ देखकर समझ लेना , कि कर्म अच्छे नही थे ,किस्मत की  लकीर टूटी हुई थी , बस कुछ वकत की बात है | अपनी किस्मत की लकीर को चला लेना | अपने आखो के आंखू को रोक पाना | हर कोई नही है अपना ये  समझकर सबके सामने थोडा सा मुस्करा देना | बस कुछ वक्त की बात है आज जिंदगी में खाई है तो कल रास्ते भी साफ होगी , आज...

बहुत बदल चुका हूँ | अपने को अपनो से अलग कर चुका हूँ |

 बहुत बदल चुका हूँ | अपने को अपनो से अलग कर चुका हूँ | रास्ता अजमा लिया है हर कदम आगे बढने का , कसम खा लिया है भगवान की , रास्ते अब  सब नये देख चुका हूँ , समझदार नही अब सब समझ चुका हूँ , अपने को अपनो से अलग कर चुका हूँ | कामयाबी के रास्ते पर आने के रास्ते देख चुका हूँ| मतलबी लोगो से अपनी आस छोड चुका हूँ | कुछ समझा और कुछ समझा लिया अपने दिल को , कुछ समझने की बारी देख चुका हूँ | में अपने को अपनो से अलग कर चुका हूँ | माडे कर्म , माडे मेरे हालात , कुछ सख्त लोगो से अपनी जिदंगी हटा चुका हूँ , अब याद नही मुझे कौन आया और कौन गया , अपने को अपनो के साथ समझा चुका हूँ | में मतलबी लोगो से दूर जा चुका हूँ || मेहनत करके रोटी कमाई ,  Buy Now    अब अपने पाँव पर खडे होकर देखने के दिन मे आ चुके हू | में अपने को अपनो से अलग कर चुका हूँ | कर्म मेरे बढिया निकले ,कुछ कर्म घटिया निकले , कुछ में तो पेट - पाप भी निकला | अब असली रास्ते पर आ चुका हूँ | सब भूल के अब नये रास्ते पे जा चुका  हूँ | अब याद नही आती ,ना याद सताती | कयो- कि जिदंगी के अच्छे दिन भी बुरे वक्त से गुजार चुका हूँ | ...