मां - पापा की शाबासी मां - पापा की वो शाबासी कैसी है | जिससे आज भी मे खुश हो जाता हुं , कहता हूँ मां में आज देखो में कैसा इनाम जीत के लाया हूँ , सबको पीछे छोडकर में पहले स्थान पर आया हू , और पापा में देखो पहले स्थान पर आया हूँ , कोई नही था टककर में सबको हराकर आया हूँ | देखी थी कया मेरी दौड 100 कदम आगे पाया हु | कैसा भागा था पापा , हर बार पापा के मुहँ से शाबासी दिलवाता हूँ | स्कूल में देखो पापा , में तीसरे स्थान पर आया हूँ | पढने में कमजोर नही , पर एक दो नबंर से तीसरे स्थान पर आया हूँ , आगे बढूगा पापा , आगे तक जाउगा पापा , जब तक है ये हद में जान , पापा , Buy Now 💥💥 तब तक आप को बहुत उचां उठाऊगा | मां - पापा , बस तुम शाबासी देते रहना , मे कभी नही फिर घबराऊगा | है यहाँ दुनिया में गिराने वाले पापा , पर तुम् मेरा कधां उठा देना , यदि में गिरा तो पापा , बस थोडा सा शाबासी की थपकी लगा देना | मां तुम मुझे बस थोडा सा लाड लडा देना | हुआ मुझे बचपन वाला गुस्सा तो तुम मुझे मना लेना , रूसी हुई तो कया हुआ मां , मुझे थोडा सा खिला देना , मां -पापा बस थोडी गलती भी हो तो , बैठकर सम...
Emotional Story with My Pain & Tear