धीरे धीरे चल ओ जिंदगी , अइसते अझसते चल ओ जिंदगी , सफर बहुत बाकी है | सफर देख के चल ओ जिंदगी, महजब तलाश रही है | ठिकाने लगाने वाले ठोकर लगा रहे है | धीरे धीरे चल औ जिंदगी , समझ समझ के कदम रख ओ जिंदगी , देख देख परख ओ जिंदगी , कडवे लोग बहुत कम है जिंदगी पर गहरे घाव देने वाले बहुत है ऐ जिन्दगी , समझने वाले बहुत कम है | पर समाझाने वाले बहुत है जिंदगी , अइसता अइसता चल ओ जिंदगी,, आस लगा सफर में कामयाबी की ओ जिंदगी , सफर में आड लगाने वाले बहुत है जिंदगी , समझ के चल औ जिंदगी , क़ंकड नही कांटे है यहाँ पर औ जिंदगी , सभंल संभल के चल ओ जिंदगी , कया पता चला है तुम्हे अभी अरे ओ जिंदगी, महजब तालाश रही है जिंदगी , Buy Now 💥💥💥 रात अंधेरी नही , जाग रही है जिंदगी, मतलब नही रहा है बस किस्मत साथ दे रही है जिंदगी , करतूतो को कर्म करने दो , चरम सीमा पर जुलमी को जुर्म को करने दो , पिघल भी जाने उन बर्फो को , जो सालो तक हिली ही नही , ऐ जिन्दगी जाग थोडी थोडी , सो कम , बस ओ जिंदगी , सफर आधा ही कहाँ हुआ ऐ जिन्दगी , अधुरे को पूरे तो करने दो ,ऐ जिंदगी रास्ते में...
Emotional Story with My Pain & Tear